मध्य प्रदेश के लगभग 3,000 जूनियर डॉक्टरों ने राज्य सरकार से उनके और उनके परिवार के लिए मुफ्त इलाज और अन्य मांगे पूरी न होने पर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। एमपी जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद मीणा ने शनिवार को कहा, ‘‘अगर हमारी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो जूनियर डॉक्टर सोमवार को काम नहीं करेंगे और मंगलवार से कोविड-19 की ड्यूटी बंद कर देंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी मांग है कि कोविड-19 के रोगियों की सेवा करने वाले जूनियर डॉक्टर यदि संक्रमित होते हैं तो उनके लिये अलग-अलग क्षेत्रों में बिस्तर आरक्षित हों तथा ऐसे डॉक्टरों और उनके परिजनों का इलाज भी मुफ्त होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि इसके साथ ही जूनियर डॉक्टरों के वेतन में वृद्धि किये जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के छह मेडिकल कॉलेजों के करीब तीन हजार जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्य हैं। मीणा ने बताया, ‘‘हमने छह मई को विरोध किया था। लेकिन मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मांगों को पूरा करने का आश्वासन देने पर कुछ घंटों बाद ही काम शुरू कर दिया था।’’ उन्होंने दावा किया कि प्रदेश सरकार ने 23 दिन पहले मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया था लेकिन उसके बाद से इस मामले में अब तक कुछ नहीं हुआ।