भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की राष्ट्रीय सचिव अमरजीत कौर ने आज कहा कि सभी वामदलों की ओर से नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में राष्ट्रीय स्तर पर 19 दिसंबर को जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा तथा इसी दिन इन मुद्दों को लेकर बिहार बंद का आह्वान किया गया है।
सुश्री कौर ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नरेंद, मोदी सरकार के धर्म के आधार पर समाज को बांटने की नीति विभाजनकारी तत्वों को बढ़वा देने के खिलाफ पहले ही वामदलों ने 19 दिसंबर को राष्ट्रीय स्तर पर विरोध जताने के लिए प्रदर्शन करने का फैसला लिया था।
इसी बीच नागरिक संशोधन विधेयक को पारित कराकर इसे नागरिक संशोधन अधिनियम का रूप दिए जाने से यह तय हो गया है कि सरकार संविधान की मूल भावना के खिलाफ काम करने पर आमदा है।
भाकपा नेता ने कहा कि शुरू में सरकार की ओर से यह आश्वासन दिया जा रहा था कि सीएए और एनआरसी अलग-अलग विषय है और दोनों को एक-दूसरे से कुछ लेना-देना नहीं है। अब तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी घोषणा कर दी है कि देश में सीएए और एनआरसी एक साथ लागू किया जाएगा, जो काफी खतरनाक कदम है।