प्रकृति का प्रकोप कभी किसी भी रूप में आ सकता है , बीते दिनों से बारिश और भूस्खलन की घटनाए उत्तराखंड में आ रही है। इन आपदाओं के चलते बहुत से मुख्य मार्गो को भी बंद करना जिससे राहगीर को लम्बे रास्ते से होकर जाना होता है। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने रविवार को कहा कि गौरीकुंड में हुए भूस्खलन में तीन लोगों की मौत हो गई और 20 लोग अभी भी लापता हैं।
भूस्खलन में तीन लोगों की मौत
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, “गौरीकुंड में केदारनाथ यात्रा मार्ग पर हुए भारी भूस्खलन में तीन लोगों की मौत हो गई है और 20 लोग अभी भी लापता हैं।उन्होंने आगे बताया कि कुल 17 लोग नेपाली मूल के हैं और भूस्खलन के बाद अभी भी लापता हैं। उन्होंने कहा, लापता लोगों में से 17 नेपाल के नागरिक हैं। पुलिस की खोज जारी है।
नेपाल विदेश मंत्री ने शीघ्र खोज और बचाव का आग्रह किया
नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सऊद ने सीएम धामी से भूस्खलन में गुम अपने नागरिको जल्द ढूंढ और बचाव के लिए कहा। नेपाल के सचिवालय के अनुसार, एफएम सऊद ने सीएम धामी के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान अनुरोध किया और अपने नागरिकों की शीघ्र खोज और बचाव का आग्रह किया, जो उत्तराखंड के गौरी कुंड शहर में हुए भूस्खलन में बह जाने के बाद लापता हो गए थे।अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को केदारनाथ से 16 किमी पहले रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड में भूस्खलन हुआ। एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “पहाड़ से आए भारी मलबे में सड़क किनारे की दो दुकानें और ढाबे बह गए।