मानसून के मौसम में पहाड़ी इलाको में काफी परेशानी उत्त्पन हो जाती है जिसमे प्रमुख समस्या अधिकतर भूस्खलन की होती है जो की एक प्राकर्तिक आपदा है।ऐसे में इन जगहों में जाने से बेहतर है परिवार के साथ घर पर ही समय बिताये लेकिन असली सघर्ष तो उन लोगो का है जो वहा पर रह रहे है। कैसे मूलभूत सुविधाओं को पूरा करना पड़ता है। मेघालय के पूर्वी हिल्स जिले में सोनापीर्डी सुरंग के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-06 भूसख्लन से सड़क बार – बार रुक रही है।
पुलिस ने लोगो से इस जगह की यात्रा करने से बचने को कहा
मेघालय पुलिस ने लोगो से इस जगह की यात्रा करने से बचने को कहा और इसके बजाय वैकल्पिक मार्ग से जाने को कहा। पुलिस ने बताया कि 17 जून को मेघालय के प्येनदेंगरेई में दो शवों को निकले जो दो भाई -बहनो के थे जो भारी बारिश के बाद भूस्खलन में जीवित ही दब गए थे। पुलिस के अनुसार मृतकों की आयु 10 और 15 साल थी।
राष्ट्रीय राजमार्ग-6 पर वाहनों का आवागमन बाधित
शुरूआती जांच में ज्ञात हुआ कि घटना उस दौरान हुई जब दो नाबालिग फर्श पर सो रहे थे। मेघालय के पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले में सोनपुर सुरंग में 15 जून की सुबह भूस्खलन हुआ, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग-6 पर वाहनों का आवागमन बाधित हो गया।
उमकियांग पुलिस के साथ लुमशोंग पुलिस ने वाहन चालकों को राष्ट्रीय राजमार्ग-6 पर वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी है। इस बीच, पूर्वोत्तर क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हुई और सात राज्यों में भूस्खलन की कई खबरें आईं