शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को निष्कासित करने की मांग उठी है। टीएमसी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने गुरुवार को चटर्जी के तुंरत निष्काशन की मांग की। बता दें कि मामले की जांच कर रही ED अब तक पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के पास से 50 करोड़ नकदी बरामद कर चुकी है।
कुणाल घोष ने कहा, पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल तथा पार्टी के सभी पदों से तत्काल हटाया जाना चाहिए। अगर मेरा बयान गलत लगे, तो पार्टी के पास मुझे सभी पदों से हटाने का अधिकार भी है। मैं तृणमूल कांग्रेस के एक सैनिक की तरह काम करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी पर पूरा विश्वास है। घोष ने कहा, मुझे लगता है कि वह सही फैसला करेंगे।
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कुणाल घोष का यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) चटर्जी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने को लेकर लगातार राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार को निशाना बना रही हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा है कि अगर कोई दोषी पाया जाता है तो वह भले ही मंत्री ही क्यों ना हो , उसे बख्शा नहीं जाएगा।
गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों और सहायता प्राप्त स्कूलों में हुए कथित शिक्षक भर्ती घोटाले के वक्त पार्थ चटर्जी के पास शिक्षा विभाग का प्रभार था। बाद में उनसे यह विभाग ले लिया गया। प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें मामले में गत शनिवार को गिरफ्तार किया था। प्रवर्तन निदेशालय स्कूल सेवा आयोग द्वारा की गई शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितता के आरोपों की जांच कर रहा है।