बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह असम में मौजूद हैं। दोनों दिग्गज आज एक साथ हुए सभी कार्यक्रमों का हिस्सा बने। गुवाहाटी में बीजेपी के नए कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद नड्डा और शाह ने खानापारा में बीजेपी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को सम्बोधित किया।
BJP कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि हमारी लड़ाई किसी विचारवादी पार्टी से नहीं है बल्कि परिवारवाद और वंशवाद के समर्थक से है। एक तरफ हमारे से लड़ने वाले परिवारवाद और वंशवाद के समर्थक तथा एक तरफ राष्ट्रीय पार्टी BJP जो विचारों से युक्त और देश के लिए काम करने के लिए हमेशा तैयार रहती है।
1962 में नेहरू ने असम को कह दिया था बाय-बाय
इसी कार्यक्रम में शामिल हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि ये कांग्रेसी जहां पर भी बैठे हैं वो सुन ले, जवाहर लाल नेहरू ने 1962 में जब चीन की लड़ाई हुई थी तब बाय बाय असम कह दिया था। उसके बाद से कांग्रेस वाले भूल ही गए थे कि उत्तर-पूर्व भी कोई चीज है।
उन्होंने कहा, यहां पर जिस प्रकार का अलगाववाद हुआ था, मोदी जी बिना किसी भाषण के उसमें परिवर्तन लाए। कांग्रेस के शासन में भारत को तोड़ने की प्रक्रिया हुई और कांग्रेस मूकदर्शक बनी रही। मोदी जी ने आकर भारत को तोड़ने की प्रक्रिया को बंद कर भारत को जोड़ने का काम किया है।
‘कभी लगते थे असम की गलियां सूनी है इंदिरा गांधी खूनी है के नारे’, शाह ने गुवाहाटी में याद किया अपनी पिटाई का किस्सा
इससे पहले गुवाहाटी के बेलटोला रैली को सम्बोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, असम की भूमि को कांग्रेस ने कई साल तक आतंकवाद, विघटन, आंदोलन और हड़ताल की भूमि बना दिया था। यहां पर न विकास हो रहा था ना शिक्षा हो रही थी, न शांति थी। आज मुझे खुशी है कि 2014 से पूरा नॉर्थ ईस्ट विकास के रास्ते पर चल पड़ा है। उन्होंने कहा कि नॉर्थ ईस्ट का विकास और भाजपा का नॉर्थ ईस्ट में विकास दोनों समांतर चल रहा है।