जोशीमठ के पीड़ीत प्रशासन के रवैयै से नाखुश, लोगों ने कहा- न प्रशासन रह गया और न ही शासन - Punjab Kesari
Girl in a jacket

जोशीमठ के पीड़ीत प्रशासन के रवैयै से नाखुश, लोगों ने कहा- न प्रशासन रह गया और न ही शासन

जोशीमठ में लगातार जमीन का धसना जारी है और ऐसे में प्रशासन का कहना है कि हालात पर

जोशीमठ में लगातार जमीन का धसना जारी है और ऐसे में प्रशासन का कहना है कि हालात पर पूरी तरह से नजर रखी जा रही है। लेकिन इन सब के बीच यहां के जो पीड़ित लोग हैं, उनका कहना है कि यहां न तो शासन दिखाई पड़ता है और न ही प्रशासन। वहीं लोगों के दावों के उलट प्रशासन का कहना है कि हालात पर नजर रखी जा रही है और सही इंतजाम किए जा रहे हैं। अधिकारियों की टीम ने बुधवार को राजमार्ग का मुआइना किया। लेकिन जोशीमठ के पीड़ित प्रशासन के रवैये से खुश नहीं हैं।
जोशीमठ में जमीन का धंसना जारी

जोशीमठ में खतरा बरकरार, बढ़ने लगी एक महीने पहले आईं दरारें; दहशत में जी रहे  लोग | Joshimath sinking cracks started increasing a month ago people living  with fear | TV9 Bharatvarsh
उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन का धंसना जारी है। मिट्टी के कटाव का सबसे ज्यादा असर सिंहधार वार्ड पर पड़ा है। वहां आज भी मकान धंस रहे हैं। सिंहधार वार्ड की चार रिहायशी इमारतें डेंजर जोन में हैं। इन घरों की छतों में दरारें हैं और आंगन धंस गए हैं।
पीड़ित लोग शासन और प्रशासन को कोस रहे 
दरकता जोशीमठ: कुदरत से छेड़छाड़ का नतीजा - Ravivar Delhi
एक निवासी ने कहा कि ‘हमारे यहां अभी तक कोई भी देखने के लिए नहीं आया, प्रशासन की तरफ से। कभी कोई आते हैं, ऐसे ही देखकर चले जाते हैं कि हां हम करेंगे। लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है और जब नुकसान होगा उसके बाद तो सारे शासन-प्रशासन आते हैं देखने के लिए। लेकिन उससे पहले अभी तक कोई भी नहीं आया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।