झारखंड के सिमडेगा निवासी हवलदार लाल किशोर बाड़ा का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटकर गांव पहुंचा, जहां ‘वीर शहीद अमर रहे’ के नारों से वातावरण गूंज उठा। लद्दाख में ड्यूटी के दौरान बर्फ का चट्टान गिरने से उनकी मृत्यु हो गई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने गहरी संवेदना व्यक्त की।
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह में ड्यूटी के दौरान वीरगति को प्राप्त झारखंड के सिमडेगा निवासी हवलदार लाल किशोर बाड़ा का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर जब सिमडेगा में उनके पैतृक गांव पहुंचा तो पूरा इलाका ‘वीर शहीद अमर रहे’ के नारों से गूंज उठा। दिवंगत हवलदार सिमडेगा के तुरतुरीपानी गांव के निवासी थे। वह 20 मार्च को 699 टाट्रा बटालियन की टुकड़ी के साथ सरहद के इलाके में गश्त पर थे। तभी बर्फ का एक बड़ा चट्टान गाड़ी पर गिरने की वजह से उनकी सांसें थम गईं। रविवार को रांची मिलिट्री स्टेशन के जवान उनका पार्थिव शरीर लेकर उनके गांव पहुंचे तो परिजनों की चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो उठा। आस-पास के गांवों के हजारों लोग कर्तव्य निर्वाह के दौरान शहीद के आखिरी दर्शन को जुटे।
सिमडेगा के विधायक भूषण बाड़ा, जिले के उपायुक्त अजय कुमार सिंह और एसपी सौरभ ने भी पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाकर शहीद को श्रद्धांजलि दी। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने लाल किशोर बाड़ा की शहादत पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा, लद्दाख में सेना की गाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने से सिमडेगा से जवान किशोर बाड़ा जी और एक अन्य जवान के शहीद होने का दुखद समाचार मिला है। मरांग बुरु शहीदों की आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुख की विकट घड़ी में सहनशक्ति दें।
बाबूलाल मरांडी ने कहा, “लद्दाख में हुए भीषण हादसे में सेना के जवान सिमडेगा जिला के नानेसेरा गांव निवासी हवलदार किशोर बाड़ा के शहीद होने की दुखद सूचना प्राप्त हुई। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें एवं शोक संतप्त परिजनों को यह अपार दुख सहन करने की शक्ति दें।”सिमडेगा के विधायक भूषण बाड़ा ने कहा कि शहीद के परिजनों को सभी सरकारी सहायता समय पर प्राप्त हो, इसके लिए वह अपने स्तर पर प्रयास करेंगे।