बीते दिनों सोशल पर एक अडानी की कंपनी की तरफ से बनाए गए पुल के चोरी होने की खबर हर तरफ चल रही है। मुंबई पुलिस को जब पुल के चोरी होने की जानकारी मिली तो पुलिस भी हैरान रह गई की आखिर इतना बड़ा पुल चोरों ने कैसे चोरी कर लिया। 6,000 किलो को बना ये पुल पश्चिमी उपनगर में एक नाले पर लगया था ।
90 फुट लंबा पुल चुरा ले गए चोर
ये पुल कोई छोटा मोटा पुल नहीं है बल्कि बहुत बड़ा लोहे का पुल था। लेकिन चारों ने बड़े होशियारी से इसे चुरा लिया। ये पुल अडानी की कंपनी ने बनाया था। इस पुल को मलाड वेस्ट में 90 फुट लंबा एक पुल अडानल इलेक्ट्रिसिटी कंपनी की ओर से बिजली तारों को बदलने के लिए रखा गया था। 26 जून को यह पुल गायब हो गया था।जिसके बाद बिजली कंपनी ने शिकायत दर्ज कराई थी।
अडानी ग्रुप की कंपनी ने बनाया था पुल
बता दें अडानी ग्रुप की कंपनी मुंबई आसपास के इलाकों में बिजली सप्लाई करती है, कंपनी के महानगर में कई प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। यह चोरी इसी एक प्रोजेक्ट पर काम के दौरान की गई थी।
26 जून को गायब हुआ था पुल
इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को मिली तो पुलिस ने छानबीन की तो बांगुर नगर पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि नाले पर स्थाई पुल बन गया था।कुछ महीने पहले ही अस्थाई पुल को इसी इलाके में दूसरी जगह लाया गया था। 26 जून को पता चला कि ये टेंपररी पुल गायब हो चुका है इसके बाद बिजली कंपनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि पुल को आखिरी बार 6 जून को देखा गया था.
CCTV की मदद से चोरों तक पहुंची पुलिस
पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर कोई CCTV कैमरा नहीं लगा। इसलिए पुलिस ने आस-पास के इलाकों में लगे कैमरों के फुटेज को निकाला। फुटेज में 11 जून को पुल की ओर एक बड़ी गाड़ी जाती देखी गई। पुलिस ने गाड़ी की रजिस्ट्रेशन संख्या के आधार पर उसे खोज लिया। उसी गाड़ी में गैस से काटने वाली मशीनें थीं जिसका इस्तेमाल पुल को काटने और 6 हजार किलो लोहा चुराने के लिए हुआ था।
अडानी इलेक्ट्रिसिटी को ही पुल बनाने का ठेका मिला था
जांच के दौरान पुलिस ने अडानी इलेक्ट्रिसिटी के एक कर्मचारी से पूछताछ की तो पता चला कि इसी कंपनी को ही पुल बनाने का ठेका दिया गया था।
पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि पिछले हफ्ते उस कर्मचारी और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया गया है। जिन लोगों ने पुल को गायब किया वो पुल बनाने की कंपनी में ही इंजीनियर थे। तीन लोगों ने मिल कर इस पूरे प्लैन को बनाया था। हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इससे पहले बिहार में भी चोरी हो चुका है पूल
आपको बता दें पुल के चोरी होने की ये कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी अप्रैल 2022 में बिहार के रोहतास जिले से ऐसी घटना सामने आई थी। यहां नकली अधिकारी बनकर आए चोरों ने तीन दिन में 60 फीट लंबे और 500 टन लोहे के पुल को गायब कर दिया था।