देश के बाहार से संकट हो या भीतर से भारतीय सेना ने हमेशा हर परस्थिति का सामना करते हुए हर मुश्लिक से हर नागरिक को सुरक्षित किया है। हर मोर्चे पर भारतीय सेना ने अपने कर्त्वय का बखूबी पालन किया है चाहे उसमे जान का कितना भी खतरा क्यों न हो। उत्तरी सिक्किम के चुंगथांग में भूस्खलन और बाधाओं के कारण फंसे लगभग 3,500 पर्यटकों भारतीय सेना बचाया।
पर्यटकों की निकासी जारी
विज्ञप्ति के अनुसार, शुक्रवार को लाचेन, लाचुंग और चुंगथांग घाटियों में भारी मूसलाधार बारिश हुई। 17 जून, 2023 को दोपहर 3 बजे तक 2000 से अधिक पर्यटकों को बचाया जा चुका है। सड़क के रास्ते को सुचारु रूप से चलने के लिए कोशिश जारी है , जबकि पर्यटकों की निकासी जारी रहेगी।
चिकित्सा सहायता पोस्ट स्थापित किए गए
विज्ञप्ति में कहा गया है, “त्रिशक्ति कोर, भारतीय सेना और सीमा सड़क संगठन के कर्मियों ने कार्रवाई की और भारी बारिश और खराब मौसम में पर्यटकों के बचाव की सुविधा के लिए फ्लैश फ्लड क्षेत्र पर एक अस्थायी क्रॉसिंग बनाने के लिए रात भर काम किया। इसमें आगे कहा गया है, “टेंट लगाए जा रहे हैं और चिकित्सा सहायता पोस्ट स्थापित किए गए हैं। पर्यटकों को उनकी आगे की यात्रा के लिए मार्ग साफ होने तक सभी सहायता प्रदान की जाएगी।”
भारतीय सेना पर्यटकों और स्थानीय आबादी को सहायता प्रदान करने में सक्रिय
इसके अलावा, पर्यटकों को नदी पार करने में मदद की गई और उन्हें गर्म भोजन, तम्बू और चिकित्सा सहायता प्रदान की गई। भारतीय सेना, हिमालय के अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सीमा की रक्षा करते हुए, पर्यटकों और स्थानीय आबादी को सहायता प्रदान करने में सक्रिय रहती है।