गुजरात में भावनगर जिले के महुवा तालुका के तल्ली बांभोर गांव में आज निजी क्षेत्र की एक सीमेंट कंपनी के खनन का विरोध कर रहे किसानों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प में कम से कम चार पुलिसकर्मियों के अलावा कई प्रदर्शकारी भी घायल हो गये। पुलिस ने उग, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठी चार्ज किया और कम से कम 35 चक्र आंसू गैस के गोले भी छोड़।
पिछले चुनाव में महुवा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी रहे विजय बारैया तथा स्थानीय एनजीओ संचालक भरत भील समेत लगभग 50 लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। पुलिस अधीक्षक पी एल माल ने यूएनआई को बताया कि अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी की माइनिंग का विरोध कर रहे स्थानीय लोगों और किसानों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
इससे सब इंस्पेक्टर डी डी परमार और एक कांस्टेबल को गंभीर चोट आयी जबकि दो अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हो गये। पुलिस ने मौके से 35 लोगों को पकड़ लिया और इसके बाद विरोध करने के लिए दाखा थाने की ओर आ रहे 15 अन्य को भी पकड़ गया। इनमे से भी पांच से सात घायल हैं। उन्होंने बताया कि विरोध प्रदर्शन से बाहर माल ढुलाई संबंधी काम प्रभावित हुआ है पर खनन यथावत जारी है।
कंपनी ने पैसे देकर पुलिस बंदोबस्त की मांग की थी। इसके अलावा एक कंपनी एसआरपी और अन्य पुलिस बल की भी मांग की गयी है। ज्ञातव्य है कि किसान इस बात का विरोध कर रहे हैं कि समुद, तटीय इस इलाके में खनन होने से खारापन अंदर की उनकी जमीनों को भी प्रभावित करेगा और बंजर बना देगा। इस बीच, बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने आज की घटना के बारे में रिपोर्ट तलब की है।