बिहार के मुज़फ्फ़रपुर बालिका गृह में रहने वाली 28 बच्चियों के साथ बलात्कार और प्रताड़ना के मामले में वहां सीबीआई की टीम पहुंच गई है। सीबीआई की टीम वहां खुदाई करने की तैयारी में है। जेसीबी मशीन मौके पर बुलाई गई है। शेल्टर होम के अंदर भारी संख्या में पुलिस की मौजूदगी है। इसके अलावा जांच के लिए सीबीआई ने सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री से विशेषज्ञों की टीम बुलाई है। फोरेंसिक विशेषज्ञों को बुलाने का मकसद कमरों की छानबीन करना और अभियुक्तों के खिलाफ सबूत इकट्ठा करना है। बता दें कि इस मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
मामले ने तूल तब पकड़ा जब बालिका गृह की बच्चियों की मेडिकल रिपोर्ट आया, जिसमें पाया गया कि 42 बच्चियों में से 34 के साथ बलात्कार हुआ है. 30 जुलाई को बिहार सरकार ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड पर लगातार विरोध और आलोचनाओं के बाद समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। मंजू वर्मा ने अपना इस्तीफा तब दिया जब मुजफ्फरपुर कांड के मुख्य आरोपी बृजेश ठाकुर ने मंत्री के पति के साथ सांठगांठ की बात कबूली।
कैसे हुआ था खुलासा?
मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टिस्स) की ओर से अप्रैल में बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग को एक रिपोर्ट सौंपी गई थी जिसमें पहली बार इस आश्रय गृह में रह रही लड़कियों से कथित दुष्कर्म की बात सामने आई थी। इस मामले में बीते 31 मई को ब्रजेश ठाकुर सहित 11 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।