राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने कहा कि अगर शिवसेना यह घोषणा कर दे कि उसने भाजपा के साथ अपना संबंध तोड़ दिया है तो महाराष्ट्र में एक राजनीतिक विकल्प बनाया जा सकता है। राकांपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी चाहती है कि केंद्र सरकार में शिवसेना के इकलौते मंत्री अरविंद सावंत भी इस्तीफा दे दें। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता के बंटवारे को लेकर शिवसेना और उसके सहयोगी दल भाजपा के बीच गतिरोध बना हुआ है।
राकांपा के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने मंगलवार को कहा, ‘‘इससे बढ़िया कुछ नहीं हो सकता अगर भाजपा शिवसेना को मुख्यमंत्री पद दे देती है लेकिन अगर भाजपा इनकार कर रही है तो एक विकल्प दिया जा सकता है। लेकिन शिवसेना को यह एलान करना होगा कि उसका भाजपा और राजग से अब कोई नाता नहीं है। इसके बाद विकल्प मुहैया कराया जा सकता है।”
राकांपा सूत्रों ने यह भी कहा कि मंगलवार सुबह शिवसेना नेतृत्व को कहा गया है कि केंद्र सरकार में शिवसेना के इकलौते मंत्री सावंत को इस्तीफा दे देना चाहिए। इसके बाद सरकार गठन के लिए नये राजनीतिक गठबंधन की संभावना को तलाशा जा सकता है। सूत्रों ने कहा, “सावंत को सरकार से इस्तीफा दे देना चाहिए। इसके बाद ही राकांपा अपने पत्ते खोलेगी।”
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महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद से किसी भी पार्टी या गठबंधन ने सरकार बनाने का अब तक दावा पेश नहीं किया है। इस बीच, मलिक ने यह दावा करने के लिए भाजपा नेताओं पर भी निशाना साधा कि शिवसेना के कुछ विधायक पाला बदलने के लिए भाजपा के संपर्क में हैं।
उन्होंने कहा, “अगर भाजपा खरीद-फरोख्त का यह खेल खेलना चाहती है तो चुनावों से पहले भाजपा में शामिल होने वाले नेता भी अब अपनी मूल पार्टियों में लौटने के लिए तैयार हैं। कुछ हमारे संपर्क में हैं, अगर भाजपा खरीद-फरोख्त शुरू करती है तो उसके पास केवल 25-30 विधायक बचेंगे।”