महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने का आह्वान करने के बाद अपनी गिरफ्तारी को याद करते हुए भावुक नजर आईं लोक सभा की सदस्य नवनीत राणा ने बृहस्पतिवार को दवा करते हुए कहा कि जेल में उन्हें ‘‘परेशान’’ किया गया था, लेकिन इससे उनकी आस्था दुर्बल नहीं हुई।
ठाकरे का घमंड ज्यादा देर तक नहीं टिकेगा
राणा ने बृहस्पतिवार को हनुमान जयंती और अपने जन्मदिन के मौके पर यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ठाकरे का घमंड ज्यादा देर तक नहीं टिकेगा।मुंबई में ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने का आह्वान करने के बाद अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत और उनके पति एवं विधायक रवि राणा को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था। उन्हें बाद में जमानत मिल गई थी।
बच्चे पूछते थे कि उन्होंने क्या किया
नवनीत उस वक्त को याद करते हुए भावुक हो गई और उन्होंने बताया कि उनके बच्चे पूछते थे कि उन्होंने क्या किया है और उन्हें जेल में बंद क्यों किया गया है?उन्होंने कहा, जेल में मुझे परेशान किया गया, लेकिन वे मेरी आस्था को नहीं डिगा पाए। सांसद ने कहा कि जब (कारावास के बाद) अस्पताल में उनके भर्ती होने पर उनके पति उनसे मिलने आए थे और वह उनसे मिलकर रोई थीं, तो उन पर उंगलियां उठाई गई थीं।उन्होंने ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका ‘‘घमंड’’ बहुत देर तक नहीं टिकेगा।
बालासाहेब ठाकरे यह देखकर रोते होंगे
उन्होंने कहा, ‘‘भगवान राम ने बड़े-बड़ों के घमंड को तोड़ा है।’’सांसद ने ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अपनी पार्टी एवं उसकी विचारधारा को बरकरार नहीं रख पाए। उन्होंने शिव सेना में फूट पड़ने का जिक्र करते हुए यह बात कही। शिवसेना के कुछ विधायकों के बागी हो जाने के कारण ठाकरे नीत पूर्व राज्य सरकार गिर गयी थी। उन्होंने कहा, ‘‘(शिवसेना के संस्थापक) बालासाहेब ठाकरे यह देखकर रोते होंगे कि उनका अपना बेटा उनकी विचारधारा को बनाकर नहीं रख सका और उसने इसे दफना दिया।