इस दौरान श्री मोदी पतंचेरू में इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर द सेमी एरिड ट्रॉपिक्स स्वर्ण जयंती के मौके पर आयोजित समारोह में शामिल होंगे और बाद में 216 फीट की ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी’ राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
श्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘मैं आज दो कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए हैदराबाद में रहूंगा। अपराह्न लगभग 2:45 बजे मैं आईसीआरआईएसएटी की स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होऊंगा, जो कृषि और आविष्कार संबंधी पहलुओं पर काम करने वाला महत्वपूर्ण संस्थान है।’ उन्होंने कहा ‘शाम पांच बजे ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी’ के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होऊंगा। यह श्री रामानुजाचार्य को उचित श्रद्धांजलि होगी, जिनका पवित्र विचार और शिक्षा हमें प्रेरित करती है।
I look forward to being in Hyderabad today to take part in two programmes. At around 2:45 PM, I will join the 50th Anniversary celebrations of ICRISAT, an important institution that works on aspects relating to agriculture and innovation.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 5, 2022
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी’11वीं शताब्दी के भक्ति महात्मा रामानुजाचार्य का स्मरण कराती है, जिन्होंने समानता के विचार को जीवन के सभी पहलुओं विश्वास, जाति और संप्रदाय में बढ़वा दिया था।
प्रतिमा का निर्माण ‘पंचलोहा’ पांच धातु सोना, चांदी, तांबा, पीतल और जिंक के मिश्रण से हुआ है और यह बैठे हुए स्थिति में दुनिया की सबसे ऊंची धातु प्रतिमाओं से एक है । कार्यक्रम के दौरान थ्री डी प्रस्तुति के द्वारा रामानुजाचार्य के जीवन यात्रा और शिक्षा को दर्शाया जाएगा। प्रधानमंत्री प्रतिमा के चारो ओर 108 दिव्य देशम (सजे हुए मंदिर) की प्रतिकृति का भी निरीक्ष करेंगे।