देश के हर कोने में बारिश का कोहराम मचा हुआ हुआ है जिसमें एक नाम हिमाचल प्रदेश का भी है जहां कुदरत का कहर लगातार जारी है। हिमचाल के कई जिलों में लैंडस्लाइड और भूस्खलन के साथ-साथ बादल फटने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं, जिसके बाद से ही हिमचाल के लोगों का जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है।जहां इस कहर से लोगों के राहत मिलने के बिलकुल भी आसार नजर नहीं आ रहे हैं। वहीं, मौसम विभाग अनुमान की माने तो हिमचाल प्रदेश के कई स्थानों पर अभी भी भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है।
कहाँ कितनी होगी बारिश ?
बारिश के इस भयंकर रूप को देखते हुए मौसम विभाग ने प्रदेश के कई इलाकों में येलो अलर्ट जारी किया है। जहां कुछ जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना भी जताई है। जिसमें सोलन, शिमला, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, ऊना, बिलासपुर और कांगड़ा के साथ-साथ कई अन्य जिलों के भी नाम शामिल है जो भारी वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग ने प्रदेश में 24 और 25 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटों में हिमचाल के कई इलाकों में हलकी से माध्यम बारिश की आशंका जताई गयी है। जिसमें जोगिंदर नगर में 154 मिमी, पालमपुर में 136 मिमी और सिरमौर में 70 मिमी के स्तर की संभावना जताई गयी।
कब मिलेगी राहत ?
मौसम विभाग के अधिकारी संदीप कुमार शर्मा ने बताया है की 26 अगस्त के बाद से इस राज्य के कई इलाकों में राहत देखने को मिलेगी। उन्होंने बताया की 26 अगस्त के बाद से ही राज्य की हालत बदल जायेगी। जहां उन्होंने कहा की मैदानी और मध्य इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है । साथ ही 26 से 30 अगस्त तक राज्य में बेहद कम बारिश होने के आसार जताए जा रहे हैं। संदीप कुमार शर्मा ने बताया की जून से लेकर अगस्त के महीने तक हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 41 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है।