हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह का एक बड़ा बयान सामने आया है। बता दें ये बयान काफी चर्चा में बना हुआ है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि वह केवल भगवाम राम का नारा लगाकर नहीं, बल्कि हिमाचल को राम राज्य बनकर ही प्रदेश के हितों की रक्षा की जा सकती है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा……
इस साथ ही विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि यह समय हिमाचल में राजनीति का नहीं, भाईचारे का है। यह वक्त कंधे से कंधा मिलाकर हिमाचल को इस आपदा से निकलने का है। साथ ही विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल प्रदेश में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग उठाई। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने लिखा “हिमाचल में राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए और कौन सी अग्नि परीक्षा से हिमाचल को गुजरना पड़ेगा.”
काफी बुरे दौर से गुजर रहा है हिमचाल प्रदेश
दरअसल, प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार लंबे वक्त से प्रदेश में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग उठा रही है। वहीं, जब राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की बत बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से पूछे गई थी, तो उन्होंने कहा था कि यह मामला किसी घोषणा का नहीं है। केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश में वित्तीय सहायता की कमी नहीं आने देगी. बता दें हिमाचल प्रदेश में 24 जून से लेकर अब तक 8604.03 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
अलग-अलग घटनाओं में 40 लोग अभी लापता
इतना ही नहीं 376 लोग अपनी जान गवा चुके हैं। अलग-अलग घटनाओं में 40 लोग अभी लापता है और 349 लोग घायल हुए हैं। प्रदेश भर में 2 हजार 445 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि 10 हजार 504 घरों को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ। इसके अलावा 306 दुकानों और 5 हजार 384 पशु घर भी तबाह हो गए। प्रदेश में अब तक 156 लैंडस्लाइड और 66 फ्लैश फ्लड की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं।