मौसम की मार के बाद हिमाचल में बहुत बर्बादी हुई जिसके बाद सीएम सुक्खू ने तबाही का जायजा लेने के बाद शिमला पुहंचे जेपी नड्डा और सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर से मिलकर चर्चा की। उनसे मुलाकात के बाद सीएम सुक्खू ने मीडिया से बात करते कहा। केंद्र सरकार के राहत मेनुअल के मुताबिक अगर कोई घर क्षतिग्रस्त होता है तो 5000 रूपये मिलते है और अगर सड़क को 1 किमी का नुक्सान होता है तो 125000 रूपये है।
इस आपदा से हुए नुकसान से मैं दुखी
मैंने केंद्र सरकार की राहत नियमावली में बदलाव की मांग की है…बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विशेष पैकेज की बात की है। देखते हैं यह हमें कब तक मिलता है। जेपी नड्डा ने रविवार को कहा कि वह आपदा के कारण जान-माल के नुकसान से दुखी हैं।”मुझे यहां आने और भारी बारिश और बाढ़ के कारण प्रभावित स्थानों का दौरा करने का मौका मिला। इस आपदा से हुए नुकसान से मैं दुखी हूं। प्रभावित लोगों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए प्रशासन द्वारा सभी प्रयास किए जा रहे हैं।” यह बात पत्रकारों से बात करते हुए नड्डा ने कही।
प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र’ घोषित
लगातार बारिश के कारण भूस्खलन, बादल फटने और बाढ़ की घटनाएं हुई हैं, जिससे राज्य में काफी नुकसान हुआ है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य को ‘प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र’ घोषित कर दिया है। राज्य सरकार की ओर से दी गई ताजा जानकारी के मुताबिक, 24 जून से अब तक हिमाचल में कुल आर्थिक नुकसान 8014.61 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
सत्रह शव बरामद किए जा चुके
कुल 2,022 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, और 9,615 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, इस साल के मानसून के मौसम में 113 भूस्खलन हुए हैं। समर हिल घटना में अब तक सत्रह शव बरामद किए जा चुके हैं और लापता शवों की बरामदगी के लिए आगे का अभियान जारी है।