चमोली : उत्तराखंड की हिमाच्छादित पर्वत श्रंखलाओं में स्थित सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब के कपाट शनिवार को सबद-कीर्तन के साथ खोल दिये गये। लोकपाल लक्ष्मण मन्दिर के कपाट भी आज वैदिक मन्त्रोच्चारण के साथ खोल दिये गए। गोविंदघाट गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं का पहला जत्था शनिवार सुबह घांघरिया से चलकर हेमकुंड साहिब पहुंचा।
उन्होंने बताया कि प्रात: लगभग नौ बजे हेमकुंड साहिब के कपाट खोले गये। इसके बाद नौ बजकर 15 मिनट पर पंच प्यारों की अगुवाई में गुरुग्रंथ साहिब को दरबार साहिब में लाया गया। 10 बजे से सुखमणी पाठ शुरू किया गया, जबकि 11 बजे से सबद-कीर्तन शुरू होने के बाद 12.30 बजे पहली अरदास की गई। इसके बाद 12.45 बजे हुक्मनामा का पाठ किया गया। इन पवित्र कार्यक्रमों में आठ हजार से अधिक श्रद्वालुओं ने हिस्सा लिया।
मंडलायुक्त वीवीआरसी पुरुषोत्तम ने हेमकुंड साहिब की यात्रा की तैयारियों के संबंध में बताया कि इस बार भारी बर्फबारी के चलते पैदल मार्ग पर बर्फ जमी है। इसके बावजूद सेना की मदद से यात्रा को सुगम बनाने की सभी तैयारियां की गई हैं। साथ ही, लोकपाल लक्ष्मण मन्दिर के कपाट भी वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्रद्वालुओं के दर्शन के लिये खोल दिये गए। वहीं, फूलों की घाटी भी पर्यटकों के लिए खो दी गई है। इसी के साथ लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट खोले गए।
भारी भीड़ और रास्ते के वजह से दो हजार सिख श्रद्धालुओं को घघांरिया में रोका गया है। बता दें कि गोविंदघाट गुरुद्वारे में गढ़वाल मंडल के आयुक्त बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने हेमकुंड साहिब के लिए यात्रियों के जत्थे को रवाना किया। इससे पूर्व गुरुद्वारे में पाठ व कीर्तन हुआ। जत्थे में पंच प्यारे सबसे आगे रहे। गोविंदघाट गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि शनिवार सुबह श्रद्धालुओं का पहला जत्था घांघरिया से चलकर हेमकुंड साहिब पहुंचा।
इसके बाद विधि विधान के साथ सुबह नौ बजे हेमकुंड साहिब के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। हेमकुंड की यात्रा तैयारियों के संबंध में मंडलायुक्त वीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया कि इस बार भारी बर्फबारी के चलते पैदल मार्ग पर बर्फ जमी है। इसके बावजूद यात्रा को सुगम बनाने की सभी तैयारियां की गई हैं।