मौसम की मार कितनी गहरी हो सकती है इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। लेकिन बदलते मौसम के लिए तैयार रहना बड़े हादसे को ताल सकती है। ऐसे में बचाव दल की जिम्मेदारी बहुत अधिक हो जाती है। बचाव दल को हमेशा सतर्क मोड़ में रहना होता है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित राज्य आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष का औचक निरीक्षण किया और राज्य में भारी वर्षा की स्थिति केविषय में जानकारी प्राप्त की।
बचाव कार्यों के लिए हमेशा सतर्क मोड में रहने के निर्देश
मुख्य मंत्री धामी ने आपदा नियंत्रण कक्ष से राज्य में मौसम की वर्तमान स्थिति, बारिश की स्थिति, जलभराव और बारिश से हुए नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त की. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में हरिद्वार में 78 मिमी बारिश हुई, इसके बाद देहरादून (33.2) और उत्तरकाशी (27.7) में बारिश हुई।मुख्यमंत्री धामी ने उन सभी जिलों के साथ आपसी संवाद और संपर्क स्थापित रखने को कहा जिनको आपातकालीन स्थितियों से समय रहते निपटा जा सके। उन्होंने अधिकारियों को आपदा राहत और बचाव कार्यों के लिए हमेशा सतर्क मोड में रहने के निर्देश दिए। सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश भर में नदी-नालों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा जाए।
संवेदनशील स्थानों पर जेसीबी मशीनों की भी पहले से व्यवस्था
उन्होंने राहत सामग्री लोगो के पुनर्वास के मामले में प्रत्येक जिले में उचित संख्या में रैन बसेरे और राहत सामग्री होनी चाहिए। इस विषय पर विशेष ध्यान दिए जाए। उन्होंने कहा कि जलजमाव की स्थिति में जल निकासी की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए. सीएम धामी ने कहा, आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों पर जेसीबी मशीनों की भी पहले से व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि आपदा के दृष्टिगत स्वास्थ्य, पुलिस एवं एसडीआरएफ जवानों की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
सीएम धामी ने भारी बारिश के बीच चारों धामों में तीर्थयात्रियों की संख्या और चारों धामों की वर्तमान स्थिति की भी जानकारी ली।