देश के सबसे लम्बे रेल-सड़क बोगीबील पुल के उद्घाटन समारोह में नहीं बुलाए जाने पर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा नाराज हो गए हैं। देवगौड़ा ने ही 1997 में इस पुल की आधारशिला रखी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोगीबील में ब्रह्मपुत्र नदी पर 5,900 करोड़ रुपये की लागत से बने 4.9 किलोमीटर लंबे पुल का मंगलवार को उद्घाटन किया।
उद्घाटन समारोह में नहीं बुलाए जाने के सवाल पर बुधवार को उन्होंने कहा कि वह इससे सबसे कम परेशान हैं। देवगौड़ा ने कहा कि इलाके के लोग उनके योगदान को स्वीकार करेंगे। देवगौड़ा का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब एक दिन पहले ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, डॉक्टर मनमोहन सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस पुल के लिए धन्यवाद दिया था।
बुधवार को संवादाताओं से बातचीत में देवगौड़ा ने कहा, ‘असम में बोगीबील पुल की नींव मेरे कार्यकाल के दौरान रखी गई थी लेकिन इसे पूरा करने में 21 साल लग गए। मैं क्या कर सकता हूं? उद्घाटन में नहीं बुलाए जाने पर मैं सबसे कम परेशान हूं। इलाके के लोग मेरे योगदान को स्वीकार करेंगे।’
इससे पहले देवगौड़ा ने ट्वीट कर कहा था, ‘बोगीबील पुल वेल कनेक्टेड इंडिया का एक प्रतीक है। मैं अटल बिहार वाजपेयी, डॉक्टर मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी को हमारी सरकार के इस ड्रीम प्रॉजेक्ट को पूरा करने में उनके योगदान के लिए धन्यवाद देता हूं।’
#BogibeelBridge symbolises a well-connected India. I thank Atal Bihari Vajpayee avaru, Dr. Manmohan Singh avaru and @narendramodi avaru for their immense contribution in completing a dream project of our Government. pic.twitter.com/P7OEoVwgn1
— H D Devegowda (@H_D_Devegowda) December 25, 2018