हरिद्वार से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। चिकित्सालय में एक नया मामला देखने को मिला है।चिकित्सकों ने अपने यहां मृत घोषित युवक का शव लेने से इंकार कर दिया। एंबुलेंस चालक का कहना है कि वह सुबह पांच बजे अमरोहा से मृतक के शरीर को लेकर जिला अस्पताल आ गया था, लेकिन जिला अस्पताल आ गया था लेकिन अभी तक 5 घंटे बीत जाने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने बॉडी को प्रबंधन ने बॉडी को अपने हाथ में नहीं लिया।
बता दें कि एंबुलेंस के द्वारा मृतक की मां अपने बेटे के शव को लेकर अमरोहा गई थी, लेकिन अमरोहा में पिता ने शव बेटे का होने से मना कर दिया। और उसके बाद एंबुलेंस में रख कर अस्पताल प्रबंधन से शव आजमाने की गुहार लगा रहा है। लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इस दौरान वहां पर एकत्र लोगों ने महिला को गयाब कर दिया और शव वापस ले जाने की बात करने लगे।
मौके पर चालक द्वारा स्थानीय पुलिस बुलाई गई लेकिन पुलिस ने भी गुलाम नवी पर दबाव बनाकर शव वापस लेकर जाने का फरमान सुना दिया। जिसके तुरंत बाद फरमान शव को वापस लेकर सुबह जिला चिकित्सालय पहुंच गया। अस्पताल पहुंचने पर जब यूनीमल की जानकारी चिकित्सकों को तो उन्होंने भी साथ गई महिला के बिना शव लेने से साफ इंकार कर दिया। एंबुलेंस चालक सुबह से ही कभी कोतवाली हरिद्वार तो कभी चिकित्सकों के चक्कर काट रहा है।लेकिन उसकी कही कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए वह बहुत ज्यादा ही परेशान है।