पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की घोषणा हो चुकी है जिसके बाद राजननीतिक दलों में आरोप – प्रत्यारोप का दौर होना स्वाभिक था लेकिन राजनीति में विरोध का हिंसा में परिवर्तित होना लोकतंत्र के लिए गंभीर विषय है। हालंकि हिंसा का दोष राजनीतिक पार्टिया एक दूसरे पर मंढ रही है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शनिवार को हिंसा प्रभवित इलाको का दौरा किया।
कार्यकर्ताओं के दो समूहों के बीच झड़प की सूचना
आने वाले दिनों में पंचायत चुनावो के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने को लेकर पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना में कैनिंग में ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिस के बाहर बुधवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं के दो समूहों के बीच झड़प की सूचना मिली थी।जिस जगह घटना हुई वहा गोलिया चलने की आवाज ले साथ अराजक दृश्य दिखाई दे रहे हैं।
हिंसा भड़काने वालो को सलाखों के पीछे डाले
इससे पहले शुक्रवार को बोस दक्षिण 24 परगना जिले के भांगोर भी गए थे, जहां एक और झड़प हुई थी। बाद में मीडिया से बात करते हुए राज्यपाल ने कहा कि जिसने भी हिंसा भड़काई है, उसे सलाखों के पीछे डाला जाएगा। उन्होंने कहा, “हिंसा को बंगाल में एक मूक मौत मरनी चाहिए। बोस ने भांगोर में बिजॉयगंज बाजार का दौरा किया, जो हिंसा का केंद्र बिंदु था और लोगों और जिला पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से बात की