गोवा में सनबर्न महोत्सव के दौरान बड़े पैमाने पर मादक पदार्थों के इस्तेमाल के विपक्षी दलों के आरोपों के बीच पर्यटन मंत्री मनोहर अजगांवकर ने सोमवार को दावा किया कि राज्य ने इस इलेक्ट्रॉनिक नृत्य संगीत महोत्सव से 250 करोड़ रुपये कमाए और इसे वर्ष में दो बार आयोजित किया जाना चाहिये।
मंत्री ने शुक्रवार से रविवार तक चले महोत्सव के इस साल के संस्करण के दौरान तीन लोगों की मौत के मामले की विस्तृत जांच का भी वादा किया। इससे पहले शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के रहने वाले दो लोगों की अस्पताल में मौत हो गई। उन्हें उत्तरी गोवा के वेगाटोर समुद्र तट पर सनबर्न कार्यक्रम स्थल के द्वार पर खड़े होने के दौरान बेचैनी के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
रविवार रात, बेंगलुरु के एक आगंतुक ने महोत्सव स्थल पर ‘अत्यधिक बेचैनी’ की शिकायत की, जिसकी मापुसा के एक अस्पताल में भर्ती कराए जाने के कुछ ही मिनट बाद मौत हो गई।
पुलिस ने इस मामले पर कहा कि वे पोस्टमॉर्टम रिपोर्टों की प्रतीक्षा कर रही है। वहीं विपक्षी कांग्रेस ने दावा किया कि इन मौतों का कारण ‘मादक पदार्थों का अत्यधिक सेवन’ हो सकता है। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री प्रमोद कुमार सावंत पर गोवा में मादक पदार्थों की समस्या से निपटने में नाकाम रहने का आरोप लगाया।
वहीं पर्यटन मंत्री अजगांवकर ने मौतों की विस्तृत जांच का आश्वासन देते हुए सोमवार को कहा कि, ‘सनबर्न महोत्सव में किसी प्रकार के मादक पदार्थ नहीं बेचे गए।’ उन्होंने कहा, ‘हमने यह सुनिश्चित किया था कि जो कोई भी महोत्सव में शामिल हो उसकी सघन तलाशी ली जाए।’
मंत्री ने दावा किया, ‘लोगों ने (महोत्सव में) संगीत का आनंद लिया। कार्यक्रम को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली और तीन दिन के दौरान अकेले सनबर्न महोत्सव के चलते 250 करोड़ रुपये की कमाई हुई। आसपास के सभी होटल खचाखच भरे रहे।’
उन्होंने कहा कि विभिन्न पर्यटन वर्गों ने दक्षिण गोवा में सनबर्न महोत्सव का दूसरा संस्करण आयोजित करने की मांग की है ताकि वहां की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिले। मंत्री ने दावा किया कि राज्य की भाजपा नीत सरकार ने मादक पदार्थों की समस्या से निपटने के लिये कड़े कदम उठाए हैं और इस साल पूरे राज्य में चार करोड़ रुपये के मादक पदार्थ जब्त किये गए हैं।