गोवा चुनाव: पोरियम में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं पूर्व मुख्यमंत्री राणे की बहू - Punjab Kesari
Girl in a jacket

गोवा चुनाव: पोरियम में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं पूर्व मुख्यमंत्री राणे की बहू

गोवा में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार थम चुका है और सियासत अभी भी जारी है। पोरियम विधानसभा

गोवा में विधानसभा  चुनाव के लिए प्रचार थम चुका है और सियासत अभी भी जारी है। पोरियम विधानसभा सीट एक ऐसी सीट है, जिसका गोवा के छह बार मुख्यमंत्री रहे प्रताप सिंह राणे ने कांग्रेस विधायक के रूप में लगभग पांच दशकों तक प्रतिनिधित्व किया। राणे (83) इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, लेकिन भाजपा ने उनकी बहू देविया राणे को पोरियम से मैदान में उतारा है। 
यह ऐतिहासिक है कि गोवा में कोई नेता एक ही सीट से लगातार इतनी बार जीता है 
देविया राणे ने प्रताप सिंह राणे के बारे में कहा कि यह ऐतिहासिक है कि गोवा में कोई नेता एक ही सीट से लगातार इतनी बार जीता है। उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे लिए गर्व का पल है कि मैं एक विरासत को आगे बढ़ा रही हूं और उम्मीद है कि मैं उनके (प्रताप सिंह राणे) नक्शेकदम पर चलूंगी तथा उन्होंने सत्तारी एवं गोवा के लोगों के लिए नि:स्वार्थ भाव से लगातार जो कुछ भी किया है, उसे करने का प्रयास करूंगी।’’ हालांक, सक्रिय राजनीति से प्रताप सिंह राणे का संन्यास विवादों से अछूता नहीं रहा था। 
उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। लेकिन, पिछले साल दिसंबर में उनके बेटे विश्वजीत राणे, जो अभी भाजपा में हैं और राज्य के मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री हैं, ने कथित तौर पर अपने पिता को सम्मानजनक रूप से संन्यास लेने की सलाह दी थी। 
यह 24×7 का काम है, जिसमें आपकी पूरी ऊर्जा लग जाती है 
विश्वजीत राणे ने यह भी कहा था कि वह पोरियम से अपने पिता के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। प्रताप सिंह राणे ने पहली बार 1972 में इस सीट से चुनाव लड़ा था, जिसे तब सत्तारी के नाम से जाना जाता था। 1989 में इसका नाम बदलकर पोरियम कर दिया गया। इस बार भाजपा ने उनकी बहू देविया राणे को पोरियम से मैदान में उतारा है। 
देविया राणे ने कहा, ‘‘उन्हें (प्रताप सिंह राणे) मसहूस हुआ कि अब उन्हें आराम करना चाहिए और अपनी संपत्ति की देखभाल करनी चाहिए, जीवन का आनंद लेना चाहिए, पढ़ना चाहिए, घूमना-फिरना चाहिए। राजनीति बहुत तनावपूर्ण है। यह 24×7 का काम है, जिसमें आपकी पूरी ऊर्जा लग जाती है।’’ 
राणे परिवार गोवा की राजनीति में एक जाना-पहचाना नाम है 
प्रताप सिंह राणे यह कहते रहे हैं कि वह कांग्रेसी हैं और हमेशा रहेंगे। राणे परिवार गोवा की राजनीति में एक जाना-पहचाना नाम है। प्रताप सिंह राणे लगातार 11 बार विधायक रहे हैं और अलग-अलग अवधि में वह छह बार गोवा के मुख्यमंत्री रहे। उनके बेटे विश्वजीत 2017 से राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं और 2007 से वालपोई से विधायक हैं। 
उस साल 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में कांग्रेस ने 17 और भाजपा ने 13 सीट जीती थीं, लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस के राज्य में सरकार बनाने में नाकाम रहने पर निराशा जताते हुए विश्वजीत राणे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे। 
लोग हमारे साथ हैं वे हमारे परिवार के साथ हैं… वे पहले कांग्रेस के साथ थे 
वर्ष 2017 में भाजपा ने राज्य में सत्ता में आने के लिए कुछ क्षेत्रीय संगठनों और निर्दलीय उम्मीदवारों से हाथ मिलाया था। सदन में कांग्रेस के अब केवल दो विधायक बचे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें अपने ससुर का समर्थन हासिल है, देविया राणे ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि उनके मन में क्या है। मुझे इस चुनाव में उनका समर्थन और सभी का समर्थन हासिल है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लोग हमारे साथ हैं। वे हमारे परिवार के साथ हैं… वे पहले कांग्रेस के साथ थे।’’ देविया ने कहा कि हाल ही में हुए जिला परिषद चुनाव में पोरियम की दोनों सीट भाजपा ने जीती थीं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।