उत्तराखंड भाजपा को जीत का मंत्र देगें गहलोत - Punjab Kesari
Girl in a jacket

उत्तराखंड भाजपा को जीत का मंत्र देगें गहलोत

इस कड़ी में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य की पांचों सीटों के लिए केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ नेता

देहरादून : पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की सभी पांचों सीटें जीतने वाली भाजपा ने इस बार भी इन्हें अपने पास बरकरार रखने के लिए कमर कस ली है। पार्टी इसे लेकर किसी भी प्रकार की ढील देने के मूड में नहीं है। केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को राज्य की पांचों लोकसभा सीटों का प्रभारी बनाए जाने को इसी कड़ी के रूप में देखा जा रहा है। वह पूर्व में उत्तराखंड के प्रभारी रह चुके हैं और यहां की सियासत के साथ ही परिस्थितियों से भलीभांति वाकिफ हैं।

विधानसभा में प्रचंड बहुमत हासिल करने वाली भाजपा के सामने लोकसभा चुनाव में भी ऐसा ही प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है। पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य से पांचों सीटें भाजपा की झोली में गई थी और कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था। इसके बाद विस चुनाव और फिर निकाय चुनावों में भाजपा को मिली सफलता के बाद पार्टी ने पूरा ध्यान लोस चुनाव पर केंद्रित कर लिया है।

यही नहीं भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व भी इस लिहाज से उत्तराखंड को बेहद गंभीरता से ले रहा है। इस कड़ी में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य की पांचों सीटों के लिए केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ नेता थावरचंद गहलोत को प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। असल में, गहलोत पूर्व में पार्टी के उत्तराखंड प्रभारी रह चुके हैं और वह यहां की परिस्थितियों से भलीभांति विदित हैं।

वरिष्ठ नेता गहलोत को राज्य में लोस चुनाव प्रभारी बनाकर केंद्रीय नेतृत्व ने यह संदेश देने का प्रयास भी किया है कि उत्तराखंड उसके लिए कितना अहम है। हाल, में भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय ने भी उत्तराखंड दौरे के दरम्यान यह साफ किया था कि पार्टी को राज्य की पांचों सीटें हर हाल में जीतनी हैं। इसके लिए उन्होंने जीत के गुर सिखाने के साथ ही कुछ कमियों को इंगित कर इन्हें दूर करने के निर्देश प्रांतीय नेतृत्व को दिए थे।

– सुनील तलवाड़

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।