हरिद्वार, संजय चौहान (पंजाब केसरी): कांवड़िए हर तरफ आ-जा रहे हैं और आम शहरी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। आमशहरी को जगह-जगह लगाए गए बैरियरों पर रोका जा रहा है और डायवर्ट किया जा रहा है। श्रद्धाुलुओं की भीड़ से हरिद्वार-दिल्ली हाईवे जाम है। लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। लेकिन कांवड़ियों के लिए पूरी तरह से छूट है। हाईवे की दोनों लेन पर कांवड़ियों का कब्जा है। पुलिस की इस तरह व्यवस्थाओं को लेकर लोगों में नाराजगी है।
एम्बुलेंस भी जाम में फंसी
हरिद्वार-ऋषिकेश हाईवे पर लगे जाम में मरीज को ले जा रही एम्बुलेंस भी फंस गई। एम्बुलेंस को निकालने में पुलिस के पसीने छूट गए, फिर भी एम्बुलेंस रेंगती रह गई। जैसे-तैसे एम्बुलेंस आगे बढ़ती रही। लेकिन कांवड़िए टस से मस नहीं हुए।
एक बस स्टैंड से दूसरे तक पहुंचने का सफर तय कर रहे पैदल
कांवड़ यात्रा के दौरान तीन अस्थाई बस स्टैंड बनाए गए हैं लेकिन उनके बीच की दूरी इतनी है कि उसे तय करने में यात्री के पसीने छूट रहे हैं। इसकी एक बड़ी वजह हाईवे पर ट्रांसपोर्ट का कोई साधन न होना है।
ऐसे में आमजन पैदल ही एक से दूसरे बस स्टैंड की दूरी तय कर रहे हैं। उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र में मोतीचूर रेलवे स्टेशन से पहले बस स्टैंड बनाया गया है और नजीवाबाद से आ रही रोडवेज बस नीलधारा पार्किंग में पार्क हो रही है। इधर, दिल्ली से आ रही रोडवेज बस ऋषिकुल मैदान में बने अस्थाई मैदान में पहुंच रही है। अगर कोई नजीबाबाद से आकर देहरादून या ऋषिकेश जाना चाहता है तो उसे नीलधारा पार्किंग में बने बस स्टैंड से पैदल ही कई किमी की दूरी तय करनी होगी, क्योंकि हाईवे पर ई-रिक्शा, ऑटो-रिक्शा विक्रम पूरी तरह से प्रतिबंधित है। तीनों बस स्टैंड से एक दूसरे स्टैंड तक पैदल ही सफर करना पड़ रहा है। ऑटो रिक्शा विक्रम भूपतवाला क्षेत्र के बालाजीधाम में रोके गए है। अन्य रूटों पर भी ऑटो रिक्शा, विक्रम शोपीस बने खड़े हुए हैं।
क्या कहते हैं लोग
श्रवण नाथ नगर निवासी रोहिनी चौहान का कहना है कि हाईवे पर जाम के कारण दो दिन से दिक्कतें हो रही हैं। उत्तरी हरिद्वार के लोग किसी तरह रानीपुर मोड़ पहुंच रहे है। ऑटो विक्रम बंद हैं, किसी तरह लिफ्ट मांगकर कई घंटों बाद रानीपुर मोड़ पहुंचना पड़ रहा है। मायापुर निवासी सुमन त्रिखा ने बताया कि कांवड़ियों के लिए एक लेन हाईवे की आरक्षित की गई है। उसके बावजूद दोनों और वह आ रहे हैं।
हाईवे की व्यवस्था इस बार नई थी, किसी भी नई व्यवस्था को लागू करने में कई कमियां आती हैं, उसे दूर दिया जा रहा है। जाम को देखते हुए हिल बाईपास मार्ग खोल दिया गया है।
अशोक कुमार, डीजीपी
कांवड़ियों के सैलाब से व्यवस्था धड़ाम
हरिद्वार-दिल्ली हाईवे के वजूद में आने पर कांवड़ यात्रा के सुगम संचालन के लिए बनाई गई पुलिस महकमे की रणनीति पूरी तरह से विफल साबित हुई। कोरोना संक्रमण के चलते दो साल से कांवड़ यात्रा सम्पन्न नहीं हुई। कुंभ मेले में हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पूरी तरह से वजूद में आ गया था। पुलिस अफसरों ने दावा किया था कि फोरलेन होने के चलते कांवड़ यात्रा में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। एक लेन पर कांवड़ यात्रा का सफल संचालन करने का दावा किया गया था जबकि दूसरे लेन पर जिले का सामान्य यातायात दौड़ता रहेगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
डाक कांवड़ शुरू होने से पहले ही शनिवार शाम से हाईवे की एक लेन पर कांवड़ियों की रवानगी शुरू कर दी गई। जबकि कांवड़ पटरी से भी उनकी रवानगी की जा रही थी। ऐसे में हाईवे से लेकर गंगनहर पटरी पर कांवड़ियों का कब्जा हो गया। हाईवे पर एक लेन मिलने के बावजूद दूसरी लेन पर कांवड़िए काबिज हो गए। अब डाक कांवड़ का सैलाब उमड़ते ही पूरे हाईवे पर कांवड़िए ही कांवड़िए नजर आ रहे हैं, ऐसे में पुलिस की व्यवस्थाएं तार-तार हो गईं।
हाईवे पर जाम के बाद खोला हिल बाईपास
ऋषिकेश मार्ग पर लगे कई किलोमीटर लंबे जाम के बाद आखिरकार हिलबाईपास मार्ग खोलना पड़ गया। अपराह्न तीन बजे खोला गया हिल बाईपास मार्ग अब कांवड़ यात्रा सम्पन्न होने तक सुबह से लेकर दिन ढलने से पहले तक शहरवासियों के लिए खुला रहेगा। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं। शनिवार को हरिद्वार-ऋषिकेश हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया था। उत्तरी हरिद्वार के लोग जाम से पूरी तरह से त्रस्त हो गए थे। आमजन ने चंद्राचार्य चौक की तरफ आने की उम्मीद ही छोड़ दी थी क्योंकि दो से तीन घंटे जाम में फंसकर आमजन यहां तक पहुंच पाए थे। हाईवे पर लगे जाम के मद्देनजर दोपहर बाद हिलबाईपास मार्ग आमशहरियों के लिए खोलना पड़ गया। उत्तरी हरिद्वार के लोग अब शहर में आने जाने के लिए हिलबाईपास मार्ग का इस्तेमाल कर सकते हैं। डीएम विनय शंकर पांडेय के आदेश पर यह आदेश जारी किए गए। एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि आमजन हिलबाईपास मार्ग से आ-जा सकते है।
बाइक से कांवड़ मेले का जायजा लेने निकले डीएम
जिला अधिकारी विनय शंकर पांडे ने रविवार को राज्य अतिथि गृह डाम कोठी, हरिद्वार के सौजन्य से डाम कोठी में आयोजित प्रसाद वितरण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
विनय शंकर पांडेय स्वयं शंकर के भक्तों को अपने हाथों से प्रसाद वितरण करते जा रहे थे, जो प्रसाद लेते हुए बम-बम भोले कहते जा रहे थे।
जिलाधिकारी ने इस मौके पर श्रद्धालु कावंड़ियों से भी बातचीत की तथा पूछा कि आप लोगों को कहीं पर कोई दिक्कत तो नहीं है। इस पर श्रद्धालु कांवड़ियों ने बताया कि जहां से भी वे गुजरे हैं, सभी जगह व्यवस्थायें बहुत अच्छी हैं।
जिलाधिकारी इसके बाद डाम कोठी से कांवड की व्यवस्थाओं का जायजा लेने भीड़ अत्यधिक होने की वजह से मोटर साइकिल से निकले तथा व्यवस्थाओं को देखा और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये।
इस अवसर पर अपर जिला अधिकारी वीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी पीएल शाह, एसडीएम पूरन सिंह राणा,सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह, परियोजना निदेशक विक्रम सिंह,एसडीएम गोपाल राम बिनवाल, रेड क्रॉस सचिव नरेश चौधरी, व्यवस्थाधिकारी गिरधर बहुगुणा एवं राज्य सम्पत्ति परिवार सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।