मुंबई : महाराष्ट्र में विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के चार विधायकों ने मंगलवार को राज्य विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। इन विधायकों के भाजपा में शामिल होने की अटकले हैं। नवी मुंबई के राकांपा नेता गणेश नाईक के पुत्र संदीप, सतारा से विधायक शिवेंद्रसिंह भोसले, राकांपा नेता मधुकर पिचड़ के पुत्र वैभव पिचड़ और कांग्रेस विधायक कालिदास कोलम्बकर ने यहां विधानभवन में विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े को अपने इस्तीफे सौंपे।
इन नेताओं के बुधवार को राकांपा की राज्य महिला इकाई की पूर्व प्रमुख चित्रा वाघ के साथ भाजपा में शामिल होने की संभावना है। चित्रा ने पिछले सप्ताह पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। जून में, विधानसभा में विपक्ष के उस समय नेता रहे राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और वह भाजपा में शामिल हो गये थे और कैबिनेट मंत्री बने। राकांपा की मुंबई इकाई के प्रमुख सचिन अहीर ने शिवसेना में शामिल होने के लिए हाल में पार्टी छोड़ दी थी जबकि राकांपा नेता जयदत्त क्षीरसागर मई में शिवसेना में शामिल हुए।
भोसले ने कहा, ‘‘मुझे अपने विधानसभा क्षेत्र के हित की रक्षा में ज्यादा दिलचस्पी है।’’ वैभव पिचड़ अहमदनगर जिले के अकोले तहसील के रहने वाले हैं। मंगलवार को हुए इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राकांपा ने भाजपा पर उसके विधायकों को ‘‘धमकाने और लुभाने’’ का आरोप लगाया। संदीप नाईक ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि उनके समर्थक ‘‘नवी मुम्बई के विकास के लिए’’ भाजपा में शामिल होना चाहते है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस पूरे राज्य को विकास के मार्ग पर ले गये।’’ उन्होंने इस बात से इनकार किया कि विपक्षी विधायकों को धमकी दी गई है और उन पर अपनी पार्टियों को छोड़ने के लिए दबाव बनाया गया है। राकांपा के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि विपक्षी विधायकों को ‘‘या तो लालच दिया जा रहा है या उन्हें सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल होने के लिए धमकी दी जा रही है।’’