शिवसेना के दोनों धडों में पार्टी को सिंबल को लेकर चुनाव आयोग में तनातनी चल रही हैं। लेकिन अभी तक चुनाव आयोग द्वारा दिए गए नाम पर किसी भी गुट की पूर्णत: सहमति नहीं बन पाई हैं। चुनाव आयोग ने 197 नामों व प्रतीकों की सूची सौंपी थी, जिनमें से उद्धव गुट को एक नाम चुनना था, लेकिन उद्धव गुट ने चुनाव आयोग को तीन नामों एक ओर सूची सौंपी हैं। ताकि उसी सिंबल के आधार पर उद्धव गुट अधेंरी ईस्ट का चुनाव लड़ सके।
तीन प्रतीकों में से एक मिल सकता हैं उद्धव गुट को सिंबल
चुनाव आय़ोग के सूत्रों के मुताबिक उद्धव गुट की शिवसेना को ‘शिवसेना बालासाहेब ठाकरे के नाम से पार्टी का नाम दिया जा सकता हैं, लेकिन एतराज होने पर उद्धव गुट ‘शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ से नाम को भी पार्टी के नाम पर अपना सकती हैं। पार्टी को सिंबल को भी लेकर चुनाव आयोग स्थिति स्पष्ट करना चाहता हैं। उद्धव गुट को चुनावी सिंबल के रूप में सिंबल त्रिशूल, मशाल या उगता सूरज में से कोई एक प्रतीक चुनाव आयोग की तरफ से मिल सकता हैं।
शिवसेना नेता अनिल परब ने अपने एक बयान में कहा था कि ठाकरे के नेतृत्व में चुनाव आयोग को 197 के नामों व प्रतीकों की सूची दी थी, जिनमें से उद्धव ठाकरे के नेतृ्व द्वारा तीन नामों पर सहमति जताई गई थी। चुनाव आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक शिवसेना के दोनों धडों को तीन अंतिम विकल्प दोपहर एक बजे तक चुनाव आयोग को भेजने हैं।
चुनाव आयोग के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटा सकते दोनों गुट
सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा हैं कि चुनाव आयोग से मन मुताबिक सिंबल ना मिलने पर दोनों गुट अदालत का दरवाजा खटाखटा सकते हैं , इससे पूर्व उद्धव गुट ने सुप्रीमकोर्ट में चुनाव आयोग की कार्रवाई रूकवाने के लिए गया था, लेकिन एससी ने चुनाव आयोग की कार्रवाई में दखल ना देने की बात कहते हुए याचिका को खारिज कर दिया था