कोलकाता : केंद्र सरकार की कथित जनविरोधी नीतियों के खिलाफ केंद्रीय मजदूर संघों द्वारा आहूत 48 घंटे की देशव्यापी हड़ताल के दौरान मंगलवार को पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में उपद्रव की छिटपुट घटनाएं हुईं। उत्तर 24 परगना जिले में बारासात के चंपाडाली इलाके में एक स्कूल बस पर पथराव किया गया और हड़ताल समर्थकों ने एक सरकारी बस में भी तोड़फोड़ की।
हड़ताल समर्थकों ने कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले फूंके और टायर जलाए। तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हड़ताल समर्थकों को जबरन हड़ताल लागू करने से रोकने की कोशिश की। इसके कारण हावड़ा, सिलीगुड़ी, वर्द्धमान, बीरभूम, उत्तर और दक्षिण 24 परगना में तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं और हड़ताल समर्थकों के बीच झड़पें हुईं। हिंसा की घटनाओं के बावजूद कुछ इलाकों को छोड़कर कोलकाता एवं उसके आसपास और राज्य के अन्य हिस्सों में जनजीवन दोपहर 12 बजे तक कमोबेश सामान्य रहा। इस बीच, बसें और अन्य वाहन सड़कों पर चलते दिखे लेकिन यात्रियों की संख्या अन्य दिनों की तुलना में बहुत कम थी।
पश्चिम वर्द्धमान जिले के जमुरिया में प्रदर्शनकारियों ने एक बस में तोड़फोड़ की। राज्य के कुछ इलाकों में पुलिस और हड़ताल समर्थकों के बीच हाथापाई भी हुई। दक्षिण कोलकाता के जादवपुर इलाके में वरिष्ठ माकपा नेता सुजान चक्रवर्ती के साथ कई अन्य हड़ताल समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में लिया। प्रदर्शनकारी ट्रेनों को रोकने के लिए कुछ स्थानों पर पटरियों पर बैठ गए और सड़कों पर टायर जलाए। माकपा सहित कई राजनीतिक दलों के नेता हड़ताल के समर्थन में सड़कों पर उतर आए। राज्य में तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने हड़ताल का विरोध किया है।