वाराणसी के ज्ञानवापी विवाद पर अब पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक बड़ा बयान दिया है। बता दें उन्होंने सोमवार को कहा कि ज्ञानवापी को मस्जिद कहना बंद होना चाहिए। वह शिवमंदिर है इसलिए उसे मस्जिद नहीं कहा जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि नूंह जैसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ‘ज्ञानवापी को मस्जिद कहना बंद कीजिए, वह शिव मंदिर है। देश का दुर्भाग्य है कि नूंह जैसी घटना हुई है। देश के हिंदुओं को ऐसा दिन देखना पड़ रहा है।’
सुप्रीम कोर्ट से मिली अनुमति के बाद ज्ञानवापी में सर्वे शुरू हुआ
दरअसल, धीरेंद्र शास्त्री से ज्ञानवापी पर चल रहे सर्वे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘ज्ञानवापी मस्जिद नहीं है। सबसे पहले तो यह कहना बंद कर दो। ज्ञानवापी भगवान शंकर का मंदिर है।’ गौरतलब है कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ज्ञानवापी को मस्जिद कहे जाने पर आपत्ति जताई थी। स्थानीय अदालत, हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट से मिली अनुमति के बाद ज्ञानवापी में सर्वे किया जा रहा है।
ब्रजमंडल यात्रा पर हमले के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई
इसके साथ ही धीरेंद्र शास्त्री से नूंह में हुई हिंसा को लेकर भी सवाल किया गया। इस पर उन्होंने कहा, ‘देश का दुर्भाग्य है सनातनी हिंदू इस प्रकार का कार्य देख रहे हैं। सब लोग जा जाओ।’ 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह में ब्रजमंडल यात्रा पर हमले के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए।