शिक्षा और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि 23 साल पुरानी अक्षम, निष्क्रिय, असंवेदनशील और भ्रष्ट सरकार को बदलने का संकल्प लेने का समय आ गया है। गरीब कल्याण समाबेश में भाग लेने के लिए अंगुल की अपनी यात्रा पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि खनिज राजस्व से ओडिशा को पहले 5000 करोड़ रुपये मिलते थे और अब यह बढ़कर 50,000 करोड़ हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि गरीब कल्याण योजना में 3.5 करोड़ लोगों को मुफ्त चावल मिलता है लेकिन इसके विपरीत ओडिशा में भ्रष्टाचार चरम पर है।
जनता के पैसे का दुरुपयोग करने का लगाया आरोप
पिछले छह महीनों में निचले स्तर के सरकारी कर्मचारियों से 100 करोड़ रुपये से अधिक जब्त किए गए हैं। इससे पता चलता है कि ओडिशा में शासन ध्वस्त होने जा रहा है और गरीबों के लिए दिल्ली से आने वाले पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है। हम एक संकल्प स्थापित करना चाहते हैं कि 2024 में यहां पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी।
ओडिशा में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा, जब पीएम मोदी ने 2014 में कार्यभार संभाला था, तब ओडिशा सरकार को केंद्र से 5 साल की अवधि के लिए 69,000 करोड़ रुपये मिलते थे, जो अब 2.22 लाख करोड़ रुपये हो गए हैं। राज्य में 3 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं। हर महीने 5 किलो चावल मुफ्त मिल रहा है। इन सबके अलावा ओडिशा में भ्रष्टाचार चरम पर है। पिछले छह महीनों में, जूनियर स्तर के भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों से 100 करोड़ रुपये से अधिक नकद जब्त किया गया है।