कोरोना वायरस का कहर देश के दक्षिणी भाग में ज्यादा दिख रहा है, ऐसे में केरल सरकार ने इस संबंध में एक अहम फैसला लिया है। बता दें कि राज्य में लॉकडाउन के बाद भी कई जिलों में कोरोना संक्रमण का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मंगलवार को कोरोना संक्रमण को काबू करने के लिए उन जिलों में जांच, पृथक-वास और संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के कार्य प्रणाली को तेज किया जाएगा।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, त्रिशूर, कोझिकोड, मलप्पुरम, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड में संक्रमण की दर ऊंची है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के निर्देश पर स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने संबंधित जिलों के चिकित्सा अधिकारियों और कलेक्टरों की आपात बैठक बुलायी थी, जिसमें यह फैसला लिया गया।
सरकारी बयान के अनुसार, इन जिलों के मौजूदा हालात का जायजा लेने के अलावा बैठक में वायरस को फैलने से रोकने के लिए आवश्यक कदमों पर भी फैसला लिया गया। जॉर्ज ने कहा कि हालांकि, इन सभी जिलों ने नमूनों की जांच का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है, लेकिन जहां भी संक्रमण की दर ज्यादा है वहां जांच तेज करने, संदिग्ध लोगों को पृथक-वास में रखने और संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वालों का तत्काल पता लगाने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास घर में पृथक-वास की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है, उन्हें जिले के कोविड केन्द्र में रखा जाए। इन जिलों में जागरुकता अभियान भी चलाए जाएं। बैठक में मंत्री ने कहा, महामारी की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर टीकाकरण को तेज करना होगा और ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लगाना होगा। स्वास्थ्य सचिव राजन खोबरागडे और स्वास्थ्य निदेशक वी. आर. राजू सहित अन्य शीर्ष अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया।