पिथौरागढ़ : भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने लापता हुए आठ पर्वतारोहियों में से पांच के शव उत्तराखंड के नंदा देवी पूर्वी चोटी पर सोमवार को देखे। आठ सदस्यों की टीम में ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के पर्वतारोही थे जो नंदा देवी पूर्वी चोटी पर चढ़ने के दौरान लापता हो गए। पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी वी के जोगदांडे ने बताया कि वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने सोमवार को तलाश अभियान के दौरान पांच पर्वतारोहियों के शव नंदा देवी पूर्वी चोटी के पास देखे।
उन्होंने कहा कि नंदा देवी पूर्वी चोटी के नजदीक चढ़ाई के दौरान संभवत: हिमस्खलन के कारण पर्वतारोहियों की मौत हो गई। ब्रिटेन के चार पर्वतारोहियों को रविवार को बचाने के बाद उनसे मिली सूचना के आधार पर हवाई तलाश के दौरान ये शव देखे गए। जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि सभी पर्वतारोही हिमस्खलन की चपेट में आ गये और उसी के कारण उनकी मृत्यु हो गयी। उन्होंने कहा कि पर्वतारोहियों के शवों को निकालने के लिये जिला प्रशासन की ओर से सेना व भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) से सहयोग लिया जा रहा है।
सेना व आईटीबीपी की सहमति के बाद शवों को निकालने के लिये अभियान चलाया जाएगा। दल के चार सदस्यों को वायुसेना की ओर से कल मुख्यालय लाया गया है। ब्रिटेन के मशहूर पर्वतारोही मार्टिन मोरान के नेतृत्व में यह टीम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में 7434 मीटर ऊंचे नंदा देवी पूर्वी चोटी पर लापता हो गई। नयी दिल्ली में भारतीय पर्वतारोही फाउंडेशन का एक संपर्क अधिकारी भी उस टीम का हिस्सा था।
वे 13 मई को चोटी पर चढ़ाई के लिए मुंश्यारी से रवाना हुए थे लेकिन 25 मई को नियत तारीख पर आधार शिविर में नहीं लौटे। जिसमें तीन यूके, तीन यूएसए, एक आस्ट्रेलिया का पर्वतारोही, एक भारतीय लाइजन ऑफिसर और चार पोर्टर शामिल थे।