किसान पिता के बीटेक की फीस के पैसे जुटाने में नाकाम रहने पर बेटी ने जान दी - Punjab Kesari
Girl in a jacket

किसान पिता के बीटेक की फीस के पैसे जुटाने में नाकाम रहने पर बेटी ने जान दी

मेधावी छात्रा स्वाति पिताले की याद ताजा हो गई जिसने 260 रूपये का मासिक बस पास बनवाने के

 महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में गरीब किसान पिता द्वारा बीटेक की फीस के लिए जरूरी एक लाख रुपये तय समय पर नहीं जुटा पाने पर बेटी ने कथित तौर पर कीटनाशक पीकर जान दे दी। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि रूपाली रामकृष्ण पवार जालंधर स्थित एक कॉलेज में बीटेक प्रथम वर्ष में दाखिले के लिए पिता द्वारा एक लाख रुपये नहीं जुटा पाने को लेकर निराश थी। 
पुलिस के अनुसार किसान रामकृष्ण पवार पैसे जुटाने के लिए अपने खेत बेचने के लिए भी तैयार थे, लेकिन उन्हें इच्छित मूल्य नहीं मिल पा रहा था। 
अधिकारी ने बताया कि 20 जुलाई के तय समय तक पैसों का इंतजाम नहीं हो पाने से निराश रूपाली की मंगलवार रात को परिवार के एक सदस्य से बहस भी हुई थी। 
मोहोल तालुका स्थित वालुज डेगांव ग्राम स्थित अपने घर में रूपाली ने मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात को कीटनाशक पी लिया। 
पुलिस के अनुसार कीटनाशक पीने से हुई पीड़ा के बाद वह चिल्लाई तो परिजन उसे मोहोल के अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां से उसे शोलापुर के अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। 
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि किसान रामकृष्ण पवार की 17 साल की बेटी रूपाली रामकृष्ण पवार पढ़ाई में बहुत तेज थी और उसने कॉमन एंट्रेस टेस्ट (सीईटी) में 89 फीसदी अंक हासिल किए थे। पुलिस ने दुर्घटनावश हुई मौत का मामला दर्ज कर लिया है।
इस घटना से राज्य के लातूर जिले में कक्षा 11 में पढ़ने वाली एक मेधावी छात्रा स्वाति पिताले की याद ताजा हो गई जिसने 260 रूपये का मासिक बस पास बनवाने के पैसे न होने बाद आत्महत्या कर ली थी। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।