देहरादून : विजय दिवस उस विजय की याद दिलाता है जो दुनिया में सबसे बड़ी और एतिहासिक जीत है। देश आंतरिक रूप से बिखराव के दौर से गुजर रहा है। आज भी दुश्मन देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं। यह बात विजय दिवस पर देहरादून में एक कार्यक्रम में पहुंचे जनरल वीके सिंह ने कही।
इस दौरान जनरल वीके सिंह ने गांधी पार्क शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद विजय दिवस पर डिफेंस कॉलोनी में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने वीर सैनिकों और वीर नारियों को सम्मानित किया । निबंध प्रतियोगिता के विजेता छात्र और छात्राओं को भी सम्मानित किया गया।
विजय दिवस के अवसर पर ले. जनरल (सेनि) ओपी कौशिक ने कहा कि सैनिकों के प्रोत्साहन के लिये देश और समाज को उनके पीछे खड़ा रहना चाहिये। इससे उनका मनोबल बढ़ता है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर स्कूली छात्र छात्राओं की अधिकाधिक सहभागिता होनी चाहिये। जिससे उन्हें सेना के साहस और पराक्रम को जानने का अवसर मिले।
देश को जोड़े रखती है सेना
जनरल वीके सिंह ने कहा कि विजय दिवस उस विजय की याद दिलाता है जो दुनिया में सबसे बडी और एतिहासिक जीत है। राजनीतिक, राजनयिक, सामरिक, कूटनीति और देश स्तर पर हम एक हुए हैं, जो जरूरी भी है। आज भी दुश्मन देश को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। आंतरिक रूप से देश बिखराव के दौर से गुजर रहा है।
ऐसे में विजय दिवस दोबारा अपनी ताकत को पहचानने और एक होने का समय है। उन्होंने कहा कि सीमाओं की निगेहबानी के साथ ही सैनिक देश को भी जोड़े रखते हैं। सेना में कोई धर्म या जाति नहीं बल्कि समानता और एकता का भाव होता है, जो देश को जोड़े रखता है।
विजय दिवस कई पीढियों को देता रहेगा प्रेरणा
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि यह दिन आने वाली कई पीढियों को प्रेरणा देता रहेगा। ये कोई सामान्य जीत नहीं थी, बल्कि इस दिन इतिहास बनाया और बदला गया। अगर आज पूर्वी पाकिस्तान होता तो देश के सामने किस तरह की सामरिक चुनौतियां होती इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोगों की रग-रग में देशभक्ति है। वे न सिर्फ अग्रिम पंक्ति में खड़े रहकर देश की हिफाजत कर रहे हैं बल्कि राज्य में कभी किसी अराष्ट्रवादी सोच को पनपने नहीं देते। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के वीरों की शौर्य गाथा सदियों तक भावी पीढ़ी को प्रेरणा देती रहे इसके लिये राज्य सरकार एक आधुनिक और वृहद शौर्य स्थल के निर्माण पर विचार कर रही है।