पटना : भाजपा ओबीसी मोर्चा का राष्ट्रीय अधिवेशन पटना में 15-16फरवरी, 2019 को प्रस्तावित है। इसी के मद्देनजर आज सुबह बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय ने प्रदेश पार्टी मुख्यालय परिसर में ‘ राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा अधिवेशन कैम्प कार्यालय’ का उदघाटन किया। इस मौके पर श्री नित्यानंद राय ने ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा मिलने को नरेंद्र मोदी नीत राजग सरकार की विशेष उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा, ‘भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास’ में यकीन करती है और समाज के वंचित- शोषित वर्ग के कल्याण के लिए संकल्पित है।’
बिहार भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह कैसा मज़ाक था कि पिछड़ा वर्ग आयोग तो तथाकथित तौर पर बना दिया गया, लेकिन उसे संवैधानिक दर्जा ही नहीं था। संशोधित बिल के जरिए एससी/एसटी कानून को मजबूत करना, ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा और सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण प्रधानमंत्री की विरासत में है, जबकि दलित- पिछड़े नेताओं का अपमान करना, मंडल आयोग की रिपोर्ट का विरोध करना और ओबीसी संस्था को मजबूत बनाने में बाधा डालना कांग्रेस- आरजेडी जैसे दलों की विरासत व परंपरा रही है।
श्री नित्यानंद राय ने सवालिया लहजे में पूछा कि यह क्या कोई संयोग है कि जिस साल सोनिया गांधी कांग्रेस से जुड़ीं, उसी साल तीसरे मोर्च की सरकार ने प्रमोशन में आरक्षण का विरोध किया। उनके पुत्र राहुल गांधी जब पार्टी अध्यक्ष बने तो कांग्रेस ने ओबीसी आयोग विधेयक का विरोध किया। यह कांग्रेस की पिछड़ों के खिलाफ बड़ी साजिश तो नहीं है?
इस अवसर पर श्री नित्यानंद राय के साथ बिहार के स्वास्थ्यमंत्री श्री मंगल पाण्डेय, पिछड़ा मोर्चा के अध्यक्ष जयनाथ चौहान, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री सम्राट चौधरी, अनिल शर्मा, नितीश मिश्रा, निवेदिता सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष दिलीप जायसवाल, प्रदेश मंत्री पिंकी कुशवाहा, अमृता भूषण, सजल झा, यू.पी.विश्वकर्मा, पिछड़ा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री श्री शम्भू पटेल, प्रवक्ता निखिल आनंद, खेल प्रकोष्ठ के सह संयोजक श्री सोनू शर्मा, कला संस्कृति प्रकोष्ठ के संयोजक श्री वरुण सिंह सहित बड़ी संख्या में ओबीसी मोर्चा के नेता एवं पदाधिकारी मौजूद थे।