कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री डी के शिवकुमार ने कावेरी नदी पर मेकेदातु में नये बांध के निर्माण को लेकर अपने रुख को एक बार फिर स्पष्ट करते हुए कहा है कि इसका निर्माण लोगों के पेयजल आवश्यकता पूरा करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से सभी मामलों में हरी झंडी मिलने के बाद शुरु किया जाएगा। श्री शिवकुमार शहर के 111 वर्षीय महात्मा सिद्धागंगा कुशल-क्षेम पूछने के लिए यहां आए हुए थे जिनकी कल यहां सफल सर्जरी की गयी।
श्री शिवकुमार ने बेंगलुरु रवाना होने से पूर्व हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि कर्नाटक मेकेदातु में 57 हजार मिलीयन क्यूबिक फीट पानी के संचय के इरादे से बांध निर्माण करने को लेकर प्रतिबद्ध और कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा,‘‘केंद्र से सभी मामलों में मंजूरी मिलने के बाद हम मेकेदातु में बांध का निर्माण शुरु कर पायेंगे।’’ कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री ने तमिलनाडु की सभी पार्टियों के नेताओं से बांध निर्माण स्थल का दौरा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मेकेदातु में नये बांध के निर्माण से तमिलनाडु की ओर बहने वाली कोवरी नदी के प्रवाह पर कोई असर नहीं होगा।
उन्होंने तमिलनाडु के साथ टकराव वाला रवैया नहीं अपनाने के कर्नाटक के कदम को साफ करते हुए कहा कि तमिलनाडु हमारा रिश्तेदारी का राज्य है। उन्होंने कहा,‘‘बड़ संख्या में हमारे भाई तमिलनाडु में रह रहे हैं।’’ उन्होंने कर्नाटक की ओर से उच्चतम न्यायालय के आदेशों की किसी प्रकार की अवहेलना से साफ इंकार करते हुए कहा कि कर्नाटक कभी भी शीर्ष अदालत के आदेशों का उल्लंघन नहीं करेगा। केंद्र ने अभीतक बांध के निर्माण की मंजूरी नहीं दी है बल्कि अभीतक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर)तैयार की है। श्री शिवकुमार ने मेकेदातु बांध में जमा किये जाने वाले पानी का सिंचाई के लिए इस्तेमाल नहीं किये जाने का भी वादा किया।