देहरादून : उत्तराखंड में इन दिनों खून जमाने वाली ठंड पड़ रही है। कई इलाकों का पारा शून्य से भी नीचे पहुंच गया है। लगातार बढ़ रही ठंड की वजह से लोगों की मुश्किलें काफी ज्यादा बढ़ गई हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और ज्यादा ठंड बढ़ने की चेतावनी जारी की है। बढ़ती ठंड को देखते हुए नए साल में हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी होने की भी आशंका जताई जा रही है।
पहाड़ से लेकर मैदान तक बर्फीली हवा की वजह से अभी भी लोगों की हाड़ कंपकंपा रही हैं। क्रिसमस के बाद से प्रदेश में ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम का मिजाज तल्ख बना हुआ है। शीतलहर की वजह से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। कुमांऊ के कई इलाकों में बर्फबारी की भी खबर है। पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी में पहाड़ियों पर बर्फबारी हुई है।
कुमाऊं के सभी चार पहाड़ी जिलों में तापमान माइनस में चला गया है। इसके साथ ही गढ़वाल में बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब जैसे क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के चलते मैदानी शहरों में भी ठंड बढ़ी है।
कई सालों का टूटा रिकाॅर्ड
मौसम विभाग ने साफ कह दिया है कि बीते सालों का रिकॉर्ड तोड़ रहा मौसम अभी कुछ दिन और सताएगा। तापमान इतना गिर गया है कि उत्तराखंड के झरने, नदियां और पाइपों में बह रहा पानी भी जमने लग गया है। बर्फ बने पानी की वजह से लोगों के सामने पीने के पानी की समस्या भी खड़ी हो गई है।
मौसम विभाग के निदेशक की मानें तो इस वक्त जो ठंडी हवाएं चल रही हैं, वो उत्तर और पश्चिम से होकर आ रही हैं। इसी वजह से तापमान शून्य से भी नीचे जा रहा है। तापमान के -3 डिग्री से नीचे जाने की वजह से पहाड़ों में बह रही नदियां और नालों का पानी जमने लगा है।
उत्तराखंड में इस वक्त सात शहरों में पारा शून्य से नीचे पहुंच गया है। इसमें मसूरी, अल्मोड़ा, जोशीमठ, मुक्तेश्वर, पिथौरागढ़ और उत्तरकाशी जैसे शहर शामिल हैं। वहीं मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल आने वाले 24 घंटों में मौसम में किसी तरह का बदलाव नहीं दिखेगा।