पश्चिम बंगाल विधानसभा के मानसून सत्र में गुरुवार को ममता बनर्जी ने विपक्ष के नेता शुवेंदु अधिकारी पर जमकर हमला बोला। मुख्यमंत्री ममता ने कहा कि शुवेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव कथित धांधली करके जीता है। ममता बनर्जी की इस टिप्पणी पर भाजपा विधायकों ने सदन में ही हंगामा किया और विरोध करते हुए सदन से बाहर चले गए। दरअसल मुख्यमंत्री ने हाल ही में संपन्न पंचायत चुनावों में हुई हिंसा पर भाजपा के स्थगन प्रस्ताव पर बहस में भाग लेने के दौरान यह टिप्पणी की थी। सीएम ममता बनर्जी ने नेता प्रतिपक्ष से सवाल किया- क्या आप नंदीग्राम चुनाव के बारे में भूल गए हैं..? काउंटिंग के दौरान बिजली कटौती के बाद नतीजे कैसे बदल गए? क्या आप यह भूल गए? आप इतने संवेदनशील क्यों होते जा रहे हैं? जानकारी के अनुसार, शुवेंदु अधिकारी ने 2021 के चुनाव में नंदीग्राम विधानसभा सीट से ममता बनर्जी को हराकर जीत दर्ज की थी। हालांकि, इसके बाद सीएम ममता ने भवानीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी। मुख्यमंत्री ममता की टिप्पणी के बाद भाजपा विधायकों ने सदन के भीतर विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया और काले झंडे लेकर सदन से बाहर चले गए। भाजपा विधायक अंबिका रॉय ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्थगन प्रस्ताव के मुख्य बिंदु से ध्यान हटाने के लिए नंदीग्राम मुद्दा उठाया। जबकि, हाल ही में संपन्न पंचायत चुनावों में कई जगहों पर हिंसा हुई थी।
मुख्यमंत्री अपनी बात पर अड़ी रहीं
उन्होंने कहा कि 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद यह पहली बार है कि पार्टी की ओर से स्थगन प्रस्ताव चर्चा के लिए लाया गया है। इसीलिए मुख्यमंत्री ने पंचायत चुनाव हिंसा से ध्यान भटकाने के लिए नंदीग्राम का मुद्दा उठाया। हालांकि, भाजपा विधायकों के विरोध के बीच भी मुख्यमंत्री अपनी बात पर अड़ी रहीं और अपना भाषण जारी रखा। उन्होंने कहा कि मुझे भी यह कहने और सवाल करने का अधिकार है कि बिजली कटौती के बाद नंदीग्राम में नतीजे कैसे बदल गए। मुख्यमंत्री ने कहा, अब आप सब क्यों कतरा रहे हैं?
मुख्यमंत्री अपनी बात पर अड़ी रहीं
उन्होंने कहा कि 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद यह पहली बार है कि पार्टी की ओर से स्थगन प्रस्ताव चर्चा के लिए लाया गया है। इसीलिए मुख्यमंत्री ने पंचायत चुनाव हिंसा से ध्यान भटकाने के लिए नंदीग्राम का मुद्दा उठाया। हालांकि, भाजपा विधायकों के विरोध के बीच भी मुख्यमंत्री अपनी बात पर अड़ी रहीं और अपना भाषण जारी रखा। उन्होंने कहा कि मुझे भी यह कहने और सवाल करने का अधिकार है कि बिजली कटौती के बाद नंदीग्राम में नतीजे कैसे बदल गए। मुख्यमंत्री ने कहा, अब आप सब क्यों कतरा रहे हैं?