त्रिपुरा को नशा मुक्त बनाने में उनकी सक्रिय भागीदारी माननीय पीएम नरेंद्र मोदी जी के दृष्टिकोण को बढ़ावा दे रही है। आपके प्रयासों को एक बार फिर से बधाई।” ..!” मुख्यमंत्री माणिक साहा ने त्रिपुरा को नशा मुक्त राज्य बनाने में सक्रिय भागीदारी के लिए त्रिपुरा पुलिस के प्रयासों की सराहना की है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को ट्विटर पर लिखा, “त्रिपुरा पुलिस के प्रयास बेहद सराहनीय हैं। इससे पहले शनिवार को उत्तरी त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एक सफल अभियान में असम-त्रिपुरा अंतरराज्यीय सीमा पर चुराईबाड़ी गेट पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया और उनके कब्जे से 60,000 याबा टैबलेट जब्त किए गए। जब्त की गई दवा की ग्रे मार्केट में कीमत करीब छह करोड़ रुपये है।
बड़े पैमाने पर म्यांमार में होता है
पुलिस ने कहा, “यह खेप असम से त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में तस्करी करके लाई जानी थी।” याबा साइकोट्रोपिक ड्रग है जिसमें मेथामफेटामाइन और कैफीन का मिश्रण होता है और इसका उत्पादन बड़े पैमाने पर म्यांमार में होता है। पुलिस ने कहा कि तीनों आरोपियों पर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था।