छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य को कोरोना वायरस के कारण हुई आर्थिक मंदी का सामना नहीं करना पड़ा। उन्होंने घोषणा की कि वे राजधानी रायपुर में कॉमर्स की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए एक विशेष केंद्र बनाएंगे। सरकार इस उद्देश्य के लिए ‘द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया’ प्रतिष्ठित संस्थान को जमीन देगी।
महत्वपूर्ण योगदान होता है
राजधानी के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन ‘‘उत्कर्ष‘‘ के दूसरे दिन अधिवेशन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि किसी भी राज्य और देश की आर्थिक प्रगति में चार्टर्ड एकाउंटेट्न्स का महत्वपूर्ण योगदान होता है। चार्टर्ड अकाउंटेंट व्यापार, व्यवसाय और उद्योग के आईने की तरह होते हैं, जो उनकी वास्तविक आर्थिक स्थिति को दिखाने का काम करते हैं और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मार्गदर्शन देकर अपना योगदान देते हैं।
छत्तीसगढ़ में लाभ का व्यवसाय बन गया
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों से छत्तीसगढ़ में पिछले पौने पांच वर्षों में कृषि, उद्योग, व्यापार के क्षेत्र में उत्साहजनक वातावरण निर्मित हुआ है। राज्य सरकार की नई उद्योग नीति से नए-नए उद्योग धंधे प्रारंभ हुए हैं। खेती-किसानी आज छत्तीसगढ़ में लाभ का व्यवसाय बन गया है। पिछले पौने पांच वर्षों में प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों की संख्या 12 लाख से बढ़कर 26 लाख हो चुकी है। खेती का रकबा 22 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 32 लाख हेक्टेयर हो गया है। समर्थन मूल्य पर पहले जहां 55 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी होती थी, वहीं इस वर्ष हमने 107 लाख मेट्रिक टन धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी की है।