केंद्र विरोध को दबा रहा, नागरिकता कानून पर पुनर्विचार करना चाहिए : राकांपा - Punjab Kesari
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केंद्र विरोध को दबा रहा, नागरिकता कानून पर पुनर्विचार करना चाहिए : राकांपा

राकंपा के प्रवक्ता संजय तटकरे ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार विरोध को कुचल रही हैं।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कार्रवाई के लिए केंद्र पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि इस तरह आवाज़ों को कुचलना दुर्भाग्यपूर्ण है और भाजपा नीत सरकार को विरोध के मद्देनजर नए कानून पर पुनर्विचार करना चाहिए। 
दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया विवि में पुलिस कार्रवाई और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध की आग सोमवार को पूरे देश में फैल गई और हैदराबाद, लखनऊ, मुंबई और कोलकाता सहित देशभर के शिक्षा संस्थानों में छात्रों ने प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय राजधानी में हिंसा के बाद हजारों की संख्या में छात्र सड़क पर उतर आए और उन्होंने जामिया पुस्तकालय में कथित रूप से आंसू गैस के गोले छोड़ने और बिना अनुमति के विश्वविद्यालय परिसर में पुलिस के घुसने की जांच कराने की मांग की। 

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राकंपा के प्रवक्ता संजय तटकरे ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार विरोध को कुचल रही हैं। प्रदर्शनकारियों को लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करने की अनुमति दी जानी चाहिए। हम मांग करते हैं कि पूरे देश में लोगों के विरोध के मद्देनजर सरकार संशोधित नागरिकता कानून पर पुनर्विचार करे।” 
उन्होंने रेखांकित किया कि असम गण परिषद भाजपा की सहयोगी है, लेकिन वह भी नए कानून का समर्थन करने के बाद विरोध कर रही है। तटकरे ने कहा, “यह साबित हो चुका है कि इन पार्टियों पर भारी जनदबाव है जिसकी वजह से उन्होंने संशोधित नागिरकता कानून पर पुनर्विचार किया। इसलिए केंद्र सरकार को भी पुनर्विचार करना चाहिए।”

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