रुद्रपुर : लंबे समय से सरकारी ईवे बिल पर काम कर रहे प्रतिष्ठानों द्वारा टैक्स की धनराशि में कुंडली मार कर बैठे व्यपारियों के खिलाफ राज्य कर विभाग की 10 टीमों ने ताबड़तोड़ छापेमारी की। इसी क्रम में रुद्रपुर, किच्छा, खटीमा, सितारगंज व दिनेशपुर में छापे मारे गए। छापे में लगभग चार सौ करोड़ की कर चोरी सामने आ चुकी है।
अपर आयुक्त राज्य कर विभाग अनिल सिंह ने बताया कि लंबे समय से टैक्स चोरी की बात सामने आ रही थी। कर्मचारी ईवे बिल से काम तो कर रहे हैं, लेकिन टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं। के मामले विभाग को मिल रही थे जिसके बाद ऐसे प्रतिष्ठानों को चिह्नित किया गया जो जीएसटी जमा नहीं कर रहे हैं।
एसटीएफ ने ऐसे व्यापारियों की जांच की जो ई-वे बिल से सामान की खरीद बिक्री तो कर रहे थे, लेकिन जीएसटी रिटर्न व टैक्स नहीं भर रहे थे। एसटीएफ ऐसे खनन, पट्टाधारकों व स्टोन क्रेशर पर भी पैनी नजर रखी जा रही थी जो खनन विभाग के ई रवन्ना के जरिए बड़ी मात्रा में खनन सामग्री की खरीद बिक्री कर रहे थे, किन्तु जीएसटी कर व रिटर्न नहीं भर रहे थे।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को दस टीमों में 30 अधिकारियों को लगाया गया। टीमों ने 19 प्रतिष्ठानों पर छापामारी की है। उन्होंने बताया कि फिलहाल चार सौ करोड़ तक की कर चोरी सामने आ चुकी है। टीमें अभी छापेमारी कर रही हैं।
दिनेशपुर में राज्य कर विभाग की टीम ने सुभाष साना के साना सीमेंट स्टोर चांदीपुर में छापा मारा, जिससे यहां हड़कंप मच गया। जांच दल ने साना सीमेंट स्टोर से आवश्यक दस्तावेज कब्जे में ले लिए तथा टीम वापस लौट गई।
– सुरेंद्र तनेजा