फ़ूड कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया के अधिकारियों की मिलीभगत, जालसाजी के साथ भ्रष्टाचार की शिकायतों के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो ने एक बार फिर मध्यप्रदेश में मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए भोपाल, विदिशा, खंडवा समेत प्रदेश में 13 स्थानों पर छापे मारे हैं। 15 दिनों में सीबीआई ने प्रदेश में तीसरी बड़ी कार्रवाई की है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भोपाल में फूड कार्पोरेशन आफ इंडिया के एक बाबू के यहां से रिश्वत के मामले में रंगे हाथों पकड़ा जाने के बाद सर्चिंग में उसके घर से करोड़ों रुपए मिले थे और पूछताछ में कई अफसरों द्वारा भ्रष्टाचार के सबूत व चार अफसरों से पूछताछ के बाद यह कार्रवाई की गई है।
मध्यप्रदेश के 13 ठिकानों पर सीबीआई ने छापामार कार्रवाई की है। सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने फूड कार्पोरेशन आफ इंडिया के भोपाल स्थित कार्यालय के डिविजनल मैनेजर समेत चार साथियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक क्लर्क को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था।
यह गुरुग्राम की एक सुरक्षा एजेंसी से एक लाख रुपए की रिश्वत लेने भोपाल के टीटी नगर स्थित माता मंदिर पर आया था। तभी यहां सीबीआई ने जाल बिछाकर क्लर्क को पकड़ा था। पूछताछ में क्लर्क ने यह पैसा क्षेत्रीय प्रबंधक का बताया था। इसके बाद क्लर्क समेत तीन बड़े मैनेजर के घर पर भी छापेमार कार्रवाई की गई थी। इस कार्रवाई में आरोपी क्लर्क के घर से ढाई करोड़ से अधिक नकद मिले थे। उसने भी यह पैसा डिविजनल मैनेजर का बताया था।
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने जब इस मामले की जांच की तो पता चला कि फ़ूड कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया के कई अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त है। जिन स्थानों पर छापा मारा है वहां पर करोड़ों रुपए की बेहिसाब संपत्ति तथा नगदी मिली है। सीबीआई ने अभी कितना पैसा मिला है इसकी पुष्टि तो नहीं की है लेकिन सूत्रों के अनुसार कई और अधिकारियों के नाम इस मामले में सामने आए हैं।