आज इस दुनियां में सबकुछ पैसों से हो सकता है। सरकारी नौकरियां, अच्छे परीक्षा परिणाम सब पैसों से खरीदे जा सकते हैं। हाल ही में CBI ने 100 करोड़ के बदले राज्यसभा सीट दिलाने वाला गैंग पकड़ा है। यह गैंग 100 करोड़ में राज्यसभा सीट दिलाने और राज्यपाल बनाने का वादा करता था। CBI ने इस केस में 4 लोगों को पकड़ा है। दरअसल, CBI को इसकी पहले से तलाश था, और कई दिन से एजेंसी मामले पर नज़र बनाए हुए थी।
4 से ज्यादा आरोपी होने की जानकारी
दरअसल, पैसों के लेनदेन से ठीक पहले CBI ने आरोपी को पकड़ लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। जानकारी के मुताबिक पूछताछ में उसके यानी आरोपी के दूसरे साथियों के नाम के बारे में भी पता चला है। 4 से ज्यादा आरोपी होने की जानकारी मिली है। फिलहाल 100 करोड़ रुपये में सौदा होने की बात सामने आई है।
फोन टेप करने से मिले सबूत
CBI अधिकारी पिछले कुछ हफ्तों से फोन इंटरसेप्टर के जरिए कॉल सुन रहे थे। पिछले कई दिनों से उसकी नजर आरोपियों पर थी। जब डील फाइनल होने वाली थी, तो आरोपी को पकड़ लिया गया।
4 आरोपियों की हुई पहचान
CBI ने चार आरोपियों की पहचान की है। इस सौदे में महाराष्ट्र निवासी कमलाकर प्रेमकुमार बांदागर, कर्नाटक निवासी रवींद्र विट्ठल नाइक, दिल्ली के महेंद्र पाल अरोड़ा और अभिषेक बूरा शामिल थे।
100 करोड़ में मंत्री बनाने का ऑफर
हाल ही में ऐसा एक मामला महाराष्ट्र में सामने आया था। यहां एक भाजपा विधायक से 100 करोड़ रुपये की मांग की गई। बदले में एकनाथ शिंदे कैबिनेट में मंत्री बनाने का वादा किया गया। विधायक की शिकायत पर पुलिस की क्राइम ब्रांच की एंटी एक्सटॉर्शन सेल (AEC) ने धोखाधड़ी के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने 3 से 4 विधायकों के सामने यह ऑफर दिया था।
गिरफ्तार किए गए 4 आरोपी रहते हैं मुम्बई
गिरफ्तार लोगों की पहचान कोल्हापुर जिले के हटकानागले निवासी रियाज अल्लाहबक्स शेख, ठाणे निवासी योगेश मधुकर कुलकर्णी, मुंबई के नागपाड़ा निवासी सागर विकास संगवाई और जफर अहमद राशिद अहमद उस्मानी के रूप में हुई है।
खुद को CBI का अधिकारी बताता था आरोपी
आरोपी खुद को CBI का अधिकारी बता रहा था। वहीं लोगों से बड़े-बड़े अधिकारियों से संबंध होने की बात कहता था। वह बुरा, अरोड़ा, खान और नाइक से लोगों को काम करने के लिए फुसलाने के लिए कहता था ताकि बदले में वह करोड़ों रुपये का सौदा कर सके। आरोपी अधिक प्रभाव दिखाने के लिए बड़े नेताओं के करीबी होने का नाटक कर लोगों को बरगलाता था। हालांकि, CBI ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है।