मुजफ्फरपुर बालिका गृह में यौन शोषण मामले में सीबीआई ने शुरू की मामले की जांच - Punjab Kesari
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मुजफ्फरपुर बालिका गृह में यौन शोषण मामले में सीबीआई ने शुरू की मामले की जांच

मुजफ्फरपुर बालिका गृह में यौन शोषण की शिकार लड़कियों ने जो आपबीती सुनाई है वह रोंगटे खड़े कर

मुजफ्फरपुर बालिका गृह में यौन शोषण की शिकार लड़कियों ने जो आपबीती सुनाई है वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है। आपको बता दे कि मुजफ्फरपुर के शेल्‍टर होम में किस तरह की हैवानियत चल रही थी, इसका पता बच पाई पीड़‍िताओं की आपबीती सुनने पर चलता है। कई लड़कियों ने ड्रग्‍स दिए जाने, भूखे रखने और हर रात बलात्‍कार होने की खौफनाक घटनाएं सामने रखी हैं। 7-18 साल की इन लड़कियों में से कई बोल नहीं सकतीं, उनका आरोप है कि खाने में नशे की गोलियां मिलाकर उन्‍हें नग्‍न सोने पर मजबूर किया जाता था। विरोध की भनक पर भी लड़कियों की पिटाई की जाती थी। शनिवार को आई मेडिकल रिपोर्ट्स में साफ हुआ कि यहां की कुल 34 लड़कियों का यौन शोषण किया गया।

बता दें कि पहले 29 बच्चियों से रेप की बात पुष्ट हुई थी। हालांकि, बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने मुजफ्फरपुर जिला स्थित एक बालिका गृह की बालिकाओं के यौन उत्पीड़न मामले की जांच सीबीआई से कराने के आदेश दे दिये हैं।

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वही , सरकार की ओर से उसमें कहा गया है कि भ्रम का वातावरण नहीं रहे, इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और गृह विभाग के प्रधान सचिव को तत्काल इस मामले की जांच सीबीआई के सुपुर्द करने का निर्देश दिया है. मामले की तहकीकात निष्पक्ष ढंग से हो, इसके लिए विपक्ष इसकी जांच उच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई से कराने की मांग कर रहा था।

बिहार विधानमंडल और संसद में विपक्षी दलों के सदस्यों मामला सदन में उठाये जाने और इसपर केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बयान के बाद बिहार के पुलिस महानिदेशक के एस द्विवेदी ने 24 जुलाई को कहा था। मैं अपनी जांच से पूरी तरह संतुष्ट हूं। मुझे इसमें कोई खामी नजर नहीं आ रही। इसलिए नहीं लगता कि सीबीआई या अन्य किसी एजेंसी द्वारा जांच किए जाने की आवश्यकता है।

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बता दे कि 16 वर्षीय एक लड़की ने बताया कि बेहोशी की दवा खाने से उसकी तबीयत बिगड़ती जा रही थी। जब सच्चाई का पता चला तो उसने दवा युक्त खाना खाने से इन्कार कर दिया। ब्रजेश ने उसे कार्यालय में बुलाकर खाना खाने के लिए बाध्य किया तो उसने कह दिया कि मुझे पता है, मेरे साथ बेहोशी में क्या होता है? आप मुझे मारें-पीटें नहीं, मैं हर काम करने के लिए तैयार हूं। इसके बाद ब्रजेश ने उसे शाबाशी दी और कपड़े उतारने को कहा, फिर अपने मोबाइल से उसका अश्लील वीडियो बनाया और बताया कि इसे नेताओं और अधिकारियों को भेजेगा। जिसके साथ तुम अगली रात रहोगी, वह रिप्लाई करेगा।

वही , इससे पहले मुजफ्फरपुर बालिका गृह में रही 44 लड़कियों में 42 की मेडिकल जांच कराए जाने पर उनमें से 29 के यौन शोषण की पुष्टि हुई थी। दो लड़कियों के बीमार होने के कारण उनकी जांच नहीं हो पायी है। मुजफ्फरपुर बालिका गृह के संचालक ब्रजेश ठाकुर सहित कुल 10 आरोपियों किरण कुमारी, मंजू देवी, इन्दू कुमारी, चन्दा देवी, नेहा कुमारी, हेमा मसीह, विकास कुमार एवं रवि कुमार रौशन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। एक अन्य फरार दिलीप कुमार वर्मा की गिरफ्तारी के लिए इश्तेहार दिए गए हैं और कुर्की की कार्रवाई की जा रही है।

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