पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में बड़े स्तर पर फर्जी टीकाकरण अभियान का खुलासा हुआ। मामले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर दायर हुई याचिका को कलकत्ता हाई कोर्ट ने मंगलवार मंजूर कर लिया है। केस में पहली सुनवाई कल यानी बुधवार को होगी।
संदिग्ध कोविड टीकाकरण शिविर के संबंध में फर्जी आईएएस अधिकारी देबांजन देब सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। तृणमूल कांग्रेस सांसद और अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती के खुलासे के बाद फर्जी टीकाकरण गिरोह का पर्दाफाश हुआ था। खुद इस फर्जीवाड़े का शिकार बनी मिमी चक्रवर्ती ने भी इस कैम्प में वैक्सीन लगवाई थी।
इतने बड़े स्तर पर हुए इस फर्जीवाड़े ने सभी को हैरान कर दिया था। नकली वैक्सीन लेने के कुछ दिन बाद टीएमसी सांसद 26 जून को बीमार पड़ गई थीं। हालांकि यादवपुर की सांसद का उपचार करने वाले डॉक्टर ने कहा था कि उनकी अस्वस्थता को कुछ दिन पहले लिए गए फर्जी टीका से जोड़ना अभी जल्दबाजी होगी।
मिमी चक्रवर्ती को टीकाकरण की प्रक्रिया पर उस समय शक हुआ जब उन्हें एसएमएस नहीं आया, जो आम तौर पर टीके की खुराक लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति के मोबाइल फोन पर आता है। इसके बाद चक्रवर्ती ने इसकी शिकायत पुलिस में की। जांच में खुलासा हुआ कि देब ने उत्तर कोलकाता के एमहर्स्ट स्ट्रीट इलाके में एक कॉलेज में ऐसा ही टीकाकरण शिविर लगाया था, जिसमें कई शिक्षकों और छात्रों ने टीके की खुराक ली थी।