भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की चार सदस्यीय तथ्यान्वेषी टीम का नेतृत्व कर रहे सांसद रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को कहा कि वह दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य को कैसे चला रही हैं। श्री प्रसाद ने टीम के अन्य सदस्यों और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के साथ राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात के बाद कहा कि उन्होंने राज्यपाल को राज्य में व्याप्त आतंक से अवगत कराया है।
भाजपा टीम उत्तर बंगाल के लिए रवाना होंगी
श्री प्रसाद ने कहा, ‘‘ पंचायत चुनाव की तारीख की घोषणा के दिन से ही विपक्षी कार्यकर्ताओं को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस द्वारा यातना का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि परिणाम घोषित होने के बाद भी लोग घर लौटने से डर रहे हैं। ’’ श्री प्रसाद ने पूछा कि सुश्री ममता बनर्जी की पुलिस कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। भाजपा टीम अब वहां की स्थिति का जायजा लेने के लिए दक्षिण 24 परगना की ओर जा रही है और शुक्रवार को यह दल उत्तर बंगाल के लिए रवाना होगा।
चुनावी हिंसा लोकतंत्र के लिए भी बहुत खराब
श्री प्रसाद ने बुधवार को सुश्री बनर्जी की आलोचना करते हुए उन पर राज्य में लोकतंत्र को शर्मसार करने का आरोप लगाया। उन्होंने पंचायत चुनाव संबंधी हिंसा में इतने लोगों की जान जाने को ‘दुर्भाज्ञपूर्ण’ बताया और सुश्री बनर्जी की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘ आपकी राजनीति वामपंथी शासन से भी बदतर हो गई है। ’’ चुनावी हिंसा लोकतंत्र के लिए भी बहुत खराब है। श्री प्रसाद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-एम) के महासचिव सीताराम येचुरी की इन घटनाओं को लेकर ‘चुप्पी’ पर भी आश्चर्य व्यक्त किया।
पार्टी कार्यकर्ता सुलग रहे हैं
सुश्री बनर्जी ने भाजपा की चार सदस्यीय तथ्यान्वेषी टीम पर कटाक्ष करते हुए बुधवार को कहा कि ये केंद्रीय टीमें‘भाजपा संरक्षण और उकसावा समिति’के अलावा कुछ नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा ने सभी राजनीतिक शालीनता को त्याग दिया है। अगर मैं गलत हूं, तो मैं अपने खिलाफ सभी सजाओं का स्वागत करती हूं। ’’ तृणमूल ने विपक्षी भाजपा पर कड़ा प्रहार किया और कहा कि राज्य में लोगों का दिल जीतने में विफल रहने के बाद भगवा दल बदला लेने का सहारा ले रहा है। उन्होंने राज्य में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी पर हिंसा भड़काने का भी आरोप लगाया। तृणमूल ने आरोप लगाया, ‘‘ विपक्षी दलों द्वारा भड़काई गई हिंसा की आग, जिसमें हमारे उम्मीदवार और पार्टी कार्यकर्ता सुलग रहे हैं, पंचायत चुनाव के अंत तक जारी है।