यूपी के रामपुर से नवनिर्वाचित भाजपा विधायक आकाश सक्सेना को राज्य सम्पति विभाग ने राजधानी लखनऊ के दारुल शफा में सरकारी आवास आवंटित किया गया है बता दें कि यह आवास पहले आजम खां के पास था बाद में विधायक सदस्यता रद्द होने के बाद सरकार ने आवास वापस ले लिया गया था। आजम खां एक कार्यक्रम में जनता को संबोधित कर रहे थे तब उन्होंने जनता के सामने भड़काऊ भाषण दिया था जिसके बाद उनपर मुकदमा दर्ज किया गया था और न्यायालय ने उन्हें 3 साल की सजा सुनाई थी अभी वो जेल में बंद है।
क्या कहा, राज्य सम्पत्ति विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी
राज्य सम्पत्ति विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सक्सेना को दारुल शफा में मकान संख्या 34 बी आवंटित किया गया है। यह आवास पूर्व में आजम खां के पास था। नफरत भरा भाषण देने के मामले में अदालत द्वारा तीन साल की सजा सुनाये जाने के चलते विधानसभा की सदस्यता रद्द होने से पहले आजम इसी मकान में रहा करते थे।
उन्होंने बताया कि यह विधानसभा की सामान्य प्रक्रिया है कि किसी सीट के निवर्तमान विधायक का आवास उस सीट से नवनिर्वाचित विधायक को ही आबंटित होता है। अगर नया विधायक अपना आवास बदलना चाहता है तो उस पर विचार किया जा सकता है। इस बीच, सक्सेना ने मडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें खुद को आवास आवंटित किये जाने की जानकारी मिली है और वह अभी दिल्ली में हैं। सक्सेना ने इसी महीने आठ दिसंबर को घोषित नतीजे में रामपुर सदर विधानसभा उपचुनाव में आजम खां के करीबी एवं सपा प्रत्याशी आसिम राजा को हराया था। यह सीट आजम खां विधानसभा की सदस्यता रद्द होने के कारण रिक्त हुई थी। आजादी के बाद पहली बार भाजपा ने रामपुर सदर सीट पर जीत हासिल की है।